नई दिल्ली। प्राईवेट रेडियो नेटवक्र्स में से एक, रेड एफएम ने आज ‘रेड इंडीज़’ का लाॅन्च किया। इसका उद्देष्य स्वतंत्र कलाकारों को बढ़ावा देना और भारत में स्वतंत्र संगीत का विकास करना है। वल्र्ड म्यूज़िक डे पर लाॅन्च होने वाला रेड इंडीज़ देष में संगीत की स्वतंत्र प्रतिभा को प्रस्तुत करने वाले मंच के रूप में काम करेगा। इस लाॅन्च के तहत रेड एफएम ने विविध स्वतंत्र कलाकारों की मौजूदगी में रेड इंडीज़ के लोगो का अनावरण किया।
बीते सालों में इंडी म्यूज़िक भारत में काफी लोकप्रिय हुआ है। इस विधा में देष के हर कोने से नई प्रतिभाओं का विकास हो रहा है। रेड एफएम देष के 69 षहरों में मौजूद होने के साथ नई प्रतिभाओं की खोज की अपार संभावनाएं देख रहा है और उन्हें सहयोग कर भाशाओं की सीमाओं से परे एक मंच प्रदान कर रहा है, जो उपयुक्त श्रोताओं के सामने संगीत की उनकी प्रतिभा को निखारकर बाहर लाएगा।
इस लाॅन्च के बारे में निषा नारायणन, सीओओ एवं डायरेक्टर, रेड एफएम और मैजिक एफएम ने कहा, ‘‘संगीत के विकास के युग में स्वतंत्र कलाकार अपनी बहुमुखी प्रतिभा द्वारा परिदृष्य में परिवर्तन ला रहे हैं। वो एक षक्तिषाली संगीत का निर्माण कर रहे हैं, जो अद्वितीय है और विविध श्रोताओं तक पहुंचता है। हालांकि अनेक प्रतिभाषाली कलाकार ऐसे भी हैं, जो विविध कारणों से अपनी प्रतिभा का प्रदर्षन नहीं कर पाते। इस कमी को दूर करने के लिए रेड एफएम ने ‘रेड इंडीज़’ का लाॅन्च किया, जो इन कलाकारों को अपनी प्रतिभा के प्रदर्षन का मंच और अवसर प्रदान करेगा और उन्हें श्रोताओं के समक्ष पहुंचाएगा। हमें विष्वास है कि यह उभरते हुए कलाकारों को आगे बढ़ने के लिए आवष्यक सहयोग प्रदान करेगा। रेड इंडीज़ ने स्वतंत्र कलाकारों का विकास करने के लिए अनेक अभियानों की योजना बनाई है, जिनका विवरण आने वाले समय में दिया जाएगा।’’
पिछले दषक में डिजिटल मीडिया के विकास ने भारत के विविध राज्यों के स्वतंत्र कलाकारों को अपनी प्रतिभा के प्रदर्षन और बड़ी संख्या में दर्षकों तक पहुंचने में समर्थ बनाया है। स्वतंत्र क्षेत्रीय संगीत का भविश्य उज्जवल है और रेड इंडीज़ भारत की छिपी प्रतिभाओं को बाहर लाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। स्वतंत्र लेबल संगीत उद्योग में विविधता और रिर्पटाॅयर प्रदान करते हैं। विषाल माध्यम के रूप में रेडियो कलाकारों को अपनी प्रतिभा का प्रदर्षन करने के लिए एक मंच उपलब्ध कराता है।