एयर इंडिया इंजीनियरिंग सर्विसेस लिमिटेड करेगी प्रैट एंड व्हिटनी जीटीएफ™ का रखरखाव

नई दिल्ली। यूनाइटेड टेक्‍नोलॉजीज कॉर्प (NYSE: UTX) की एक इकाई प्रैट एंड व्हिटनी ने  घोषणा की है कि एयर इंडिया इंजीनियरिंग सर्विसेस लिमिटेड (एआईईएसएल) भारत में प्रैट एंड व्हिटनी के जीटीएफ™ इंजन और उपभोक्‍ताओं को रखरखाव, मरम्‍मत और ओवरहॉल सेवाएं उपलब्‍ध कराएगी। एआईईएसएल पीडब्‍ल्‍यू1100जी-जेएम इंजन की सर्विस अपनी मुंबई स्थित सुविधा में करेगी।

जोए सिलवेस्‍ट्रोउपाध्‍यक्षआफ्टरमार्केट ऑपरेशनप्रैट एंड व्हिटनी ने कहाहमारे हाई-टेक जीटीएफ इंजन का रखरखाव एआईईएसएल द्वारा करने के साथहम भारत में अपने उपभोक्‍ताओं के लिए अपनी वैश्विक एमआरओ क्षमता और दक्षता को मजबूत बनाने के लिए काफी उत्‍साहित हैं। “ जैसे कि भारत में हवाई यात्रा के लिए मांग निरंतर बढ़ रही हैहम भारतीय विमानन क्षेत्र की वृद्धि के लिए तत्‍तपर हैं।

जीटीएफ रखरखाव के लिए एआईईएसएल चरणबद्ध तरीके से अपने सेवाएं शुरू करेगीभारत में जीटीएफ बेड़े को तत्‍काल समर्थन देने के लिए इसकी शुरुआत इंजन अपग्रेड और मॉडयूल एक्‍सचेंज क्षमताओं के साथ की गई है। सुविधा ने पहले ही अपना पहला जीटीएफ इंजन भी प्राप्‍त कर लिया है।

एचआर जगन्‍नाथ, सीईओ, एआईईएसएल ने कहा “जीटीएफ इंजन के लिए हम तैयार हैं और यह हमारे लिए एक रोमांचक समय है।” “एआईईएसएल पिछले 50 वर्षों से एयर इंडिया और अन्‍य ऑपरेटर्स को इंजन एमआरओ सर्विस उपलब्‍ध करा रही है। प्रैटी एंड व्हिटनी के साथ हमारी भागीदारी बहुत पुरानी है। जीटीएफ इंजन हमें अपनी क्षमताओं को प्रदर्शित करने और एआईईएसएल को एशिया में प्रमुख इंजन एमआरओ में से एक के रूप में स्‍थापित करने का अवसर प्रदान करता है।”

प्रैट एंड व्हिटनी द्वारा संचालित 700 हवाई जहाज वर्तमान में भारत में अपनी सेवाएं दे रहे हैं, जिसमें से 150 से अधिक विमान जीटीएफ-संचालित ए320 नियो परिवार के हैं। जीटीएफ इंजन के सेवा में आने के बाद से इसने भारतीय ऑपरेटर्स के लिए 9 करोड़ गैलन ईंधन की बचत और कार्बन उत्‍सर्जन में 800,000 मीट्रिक टन की कमी की है। हैदराबाद में प्रैट एंड व्हिटनी का अत्‍याधुनिक ग्राहक प्रशिक्षण केंद्र है, जो भारत के बढ़ते विमानन कार्यबल को रखरखाव प्रशिक्षण प्रदान करता है।

अश्मिता सेठी, मैनेजिंग डायरेक्‍टर, इंडिया, प्रैट एंड व्हिटनी ने कहा, “प्रैट एंड व्हिटनी भारत में विमानन उद्योग की सफलता में निरंतर निवेश करने और उच्‍च मूल्‍य सेवाओं के लिए क्षमताओं के निर्माण के लिए प्रतिबद्ध है, जो विमानन कंपनियों को अपने अगली-पीढ़ी के उत्‍पादों से बेहतर हासिल करने में मदद करेगा।” “भारत में शुरू होने के बाद, निर्माता की गहन जानकारी और विशेषज्ञता पर आधारित ये सेवाएं, जीटीएफ इंजन को लंबे समय तक उड़ान के लिए सक्षम बनाए रखने के माध्‍यम से उपभोक्‍ताओं के रुकने के समय, व्‍यवधान और लागत को बचाने और उन्हें वापस जल्‍दी उड़ान भरने योग्‍य बनाने में मदद करेंगी। हम वर्तमान और भविष्‍य में अपने ग्राहकों और उनके परिचालन को विश्‍व स्‍तरीय सहायता प्रदान कराने के लिए समर्पित हैं।”

2016 की शुरुआत में सेवा में आने के बाद से, जीटीएफ इंजन ने 16 प्रतिशत कम ईंधन खपत, नियामकीय मापदंडों की तुलना में नाइट्रोजन ऑक्‍साइड उत्‍सर्जन को 50 प्रतिशत घटाने और ध्‍वनि प्रदूषण में 75 प्रतिशत कम करने की क्षमताओं का प्रदर्शन किया है।

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