अर्पिता के हुए चंदन, मिथिलावासी दे रहे हैं बधाई

नई दिल्ली। जब यह कहा जाता है कि विवाह का बंधन विधाता के घर से ही बनकर आता है, तो कोई अतिश्योक्ति नहीं होती है। जब दो शिक्षित और संस्कारवान परिवार का आपस में सबंध जुडता है, तो हरकोई इसे विधाता का ही बंधन कहते हैं। 21 फरवरी को जब पटना में सहायक प्राध्यापक अर्पिता की शादी एवियएशन सेक्टर के अधिकारी चंदन से हुई, तो दो सुसंस्कृत परिवार एक नए बंधन में जुडे।

असल में, ये दोनों युवा मिथिला से सरोकार रखते हैं। मिथिला की कला-संस्कृति से इन्हें बेहद लगाव है। आखिर, चंदन के पिता किशोर कुमार सिन्हा बीते कई वर्षों से राजधानी दिल्ली में रहकर मिथिला के मान-सम्मान के लिए काम कर रहे हैं। समाज और कला-संस्कृति को समर्पित मैथिली टाइम्स के प्रबंध संपादक के रूप में अपना योगदान दे रहे हैं। किशोर कुमार सिन्हा कहते हैं कि मेरे लिए इससे बडी खुशी और क्या होगी कि मेरे घर एक अच्छी बहू से अधिक मेरी बेटी का आगमन हो रहा है। जब आपको सुशील और शिक्षित बेटी मिलती है, तो आपका घर-आंगन सुरभित हो जाता है।

बता दें कि सुश्री अर्पिता इंदिरा गांधी नेशनल ट्ाइबल यूनिवर्सिटी, अमरकंटक में सहायक प्राध्यापक के तौर पर काम कर रही है। इसके साथ ही वो हिन्दी विश्वविद्यालय, वर्धा से पीचडी भी कर रही हैं। वहीं, चंदन मैथिली टाइम्स के प्रबंध संपादक किशोर कुमार सिन्हा के सुपुत्र हैं। वे अभी मध्यप्रदेश फ्लाइंग क्लब, इंदौर से जुडे हुए हैं। भुटान एयरलाइन्सक के प्रथम अधिकारी के रूप में अपना योगदान दे रहे हैं।

मिथिला से लेकर पटना और राजधानी दिल्ली में इनके चाहने वाले नव दंपत्ति अर्पिता और चंदन को बधाई और शुभकामनाएं दे रहे हैं। मैथिली टाइम्स के संपादक विपिन बादल ने कहा है कि दोनों युवा मिथिला से अत्यधिक सरोकार रखते हैं। हमें यह देखकर बेहद खुशी होती है कि पढे लिखे युवा जहां भी रहे, यदि वे अपनी माटी और संस्कृति के प्रति सचेत हों, तो हमारी संस्कृति संवर्धित होती रहेगी। हम मैथिली टाइम्स परिवार की ओर से नवदंपत्ति के उज्जवल और सुखद भविष्य की कामना करते हैं।

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