बीटो ने लाॅन्च किया ‘डायबिटीज़ टोटल’ मासिक सब्सक्रिप्शन प्लान

नई दिल्ली। आमतौर पर डायबिटीज़ के मरीज़ इस रोग के प्रबंधन के लिए सालाना रु 30,000 खर्च करते हैं- इसमें ब्लड ग्लुकोज़ स्ट्रिप, दवाओं का खर्च, डाॅक्टर का कन्सलटेशन, लैब टेस्ट, शारीरिक जांच एवं आहार योजना शामिल हैं। इसके अलावा, भविष्य में होने वाले स्वास्थ्य की जटिलताओं की संभावनाओं को देखते हुए डायबिटीज़ के मरीज़ के लिए अस्पताल में भर्ती हेतु इंश्योरेन्स कवर बेहद महत्वपूर्ण है। हालांकि, महंगे प्रीमियम, व्यापक चिकित्सकीय जांच एवं पहले से मौजूद बीमारियों के चलते बीमा सेवाएं न मिलने के कारण बहुत से लोग स्वास्थ्य बीमा नहीं खरीद पाते या उनके पास पर्याप्त कवर नहीं होता।

मौजूदा कोविड-19 महामारी और डायबिटीज़ के मरीज़ों के लिए जटिलताओं की अधिक संभावना को देखते हुए; इंश्योरेन्स कवर न होना तनाव का कारण बन सकता है। अगर डायबिटीज़ के अलावा अन्य किसी बीमारी की वजह से अस्पताल में भर्ती होना पड़े, तो भी इलाज की भारी लागत उठानी पड़ती है। रिपोर्ट्स में पाया गया है कि भारत दुनिया के उन देशों की सूची में शामिल हैं, जहां लोगों के पास सबसे कम बीमा सेवाएं हैं, देश में स्वास्थ्य बीमा की पहुंच मात्र 20 फीसदी है। खासतौर पर डायबिटीज़ के मरीज़ के लिए, बीमा न होना, बड़े आर्थिक बोझ और संभवतया अनुपयुक्त इलाज का कारण बन सकता है।

 

इस समस्या के समाधान के लिए बीटो, खासतौर पर डायबिटीज़ के मरीज़ों के लिए एक समग्र प्लान लेकर आए हैं, जो उपभोक्ताओं को तीन तरह से लाभान्वित करता है-अस्पताल में भर्ती के लिए किफ़ायती कवरेज देता है, डायबिटीज़ संबंधी व्यय पर बड़ी बचत करता है और साथ ही एक विस्तृत डायबिटीज़ मैनेजमेन्ट प्रोग्राम भी पेश करता है। यह प्लान अन्य समाधानों की तुलना में बेहद आसान और किफ़ायती है, इसका मासिक सब्सक्रिप्शन मात्र रु 999 प्रति माह की शुरूआती कीमत पर उपलब्ध है। हर सदस्य को निम्नलिखित फायदे मिलते हैंः
– 7000 से अधिक अस्पतालों के नेटवर्क के ज़रिए कैशलैस क्लेम के साथ रु 5 लाख का अस्पताल भर्ती कवर
– बीटो की स्मार्ट शुगर माॅनिटरिंग किट और अनलिमिटेड टेस्ट स्ट्रिप्स
– बीटो का एआई उन्मुख नजिंग एवं ट्रिआजिंग सिस्टम
– शीर्ष पायदान के एंडोक्राइनोलोजिस्ट/डायबेटोलोजिस्ट एवं अन्य विशेषज्ञों के साथ असीमित वीडियो कन्सलटेन्ट
– मासिक न्यूट्रिशनल थेरेपी और सपोर्ट (हर व्यक्ति के आधार पर कस्टमाइज़्ड डायट एवं एक्सरसाइज़ प्लान)
– दवाओं पर पूरे 20 फीसदी की छूट; लैब में जांच पर 75 फीसदी तक की छूट; शारीरिक जांच पर 40 फीसदी की छूट
– हेल्थ कंसीयज सर्विस

 

गौतम चोपड़ा, सीईओ- बीटो ने कहा, ‘‘डायबिटीज़ के मरीज़ों को स्वास्थ्य के अप्रत्याशित जोखिमों से उचित सुरक्षा प्रदान करने की ज़रूरत को समझते हुए, बीटो अपने डिजिटल केयर एवं मैनेजमेन्ट इकोसिस्टम के साथ व्यापक स्वास्थ्य बीमा कवर लेकर आए हैं, जिसके ज़रिए मरीज़ अपने इलाज मं आने वाले लागत में सालाना रु 20,000 तक की बचत कर सकते हैं।’’

 

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