ब्रेनली ने अर्थ डे पर किया सर्वे

नई दिल्ली। छात्रों, अभिभावकों और शिक्षकों के लिए दुनिया के सबसे बड़े ऑनलाइन लर्निंग प्लेटफार्म ब्रेनली ने अर्थ डे पर अपने भारतीय यूजर-बेस में सर्वेक्षण किया है। इस वर्ष कोविड-19 महामारी की पृष्ठभूमि में अर्थ डे पर इस सर्वे में छोटे व मध्यम आकार से लेकर महानगरों के 2963 प्रतिभागियों ने जवाब दिए, जिनमें ज्यादातर महानगरों से थे।

कोरोनोवायरस की पृष्ठभूमि में अर्थ डे पर कराए गए सर्वेक्षण के प्रमुख निष्कर्षों में से एक है- 83.9% छात्रों का कहना है कि जलवायु परिवर्तन वास्तविक है। फिर भी केवल 40.7% ने कहा कि यदि मौका मिले तो वे पर्यावरणीय मुद्दों पर एक ऑनलाइन सेशन में भाग लेना चाहते हैं। 71.2% छात्रों ने कहा कि उनकी रुचि पहले से ही जलवायु परिवर्तन के बारे में जानने में है और उनमें से 46% ने कहा कि वे अपने दम पर पर्यावरण व जलवायु परिवर्तन के बारे में शोध कर रहे हैं। इसके अलावा, 38.4% का कहना है कि वे टीवी के माध्यम से जागरूक हुए, 16.9% प्रिंट मीडिया के माध्यम से और 60.4% स्कूल में जागरुक हुए। हालांकि, वे यह भी महसूस करते हैं कि स्कूल में जागरूकता में सुधार की काफी गुंजाइश है। हालांकि, सिर्फ 57.5% ने कहा उन्हें ‘स्कूल में पर्यावरणीय विषयों के बारे में पर्याप्त जानकारी दी जाती है।’

सर्वेक्षण में कुछ अन्य उल्लेखनीय पैटर्न भी सामने आए हैं। इससे पता चलता है किअधिकांश छात्र रचनात्मक होने के लिए घर पर अपने समय का उपयोग कर रहे हैं और धरती को संरक्षित करने के लिए डीआईवाय तरीकों को अपनाते हैं या किसी न किसी तरह बेहतरी में योगदान कर रहे हैं। अनावश्यक उपकरणों को बंद कर बिजली की बचत और जल संरक्षण पृथ्वी को बचाने के लिए उनकी सबसे आम गतिविधियां हैं।

 

 

Leave a Reply

Your email address will not be published.