Brainly Survey : लाइव टीचर के बिना विज्ञान के कंसेप्ट समझना मुश्किल

नई दिल्ली।  राष्ट्रीय विज्ञान दिवस 2021 के अवसर पर ब्रेनली ने अपने सर्वे में पाया कि 76.2% भारतीय छात्रों ने दावा किया कि उन्होंने अपने विज्ञान संबंधी प्रश्नों को हल करने के लिए ऑनलाइन लर्निंग प्लेटफार्मों को मददगार पाया। यह सर्वेक्षण देश के सभी हिस्सों से 3,693 उत्तरदाताओं के सैम्पल साइज पर आधारित है और छात्रों के सामने पेश आई विज्ञान-आधारित चुनौतियों में गहरी अंतर्दृष्टि प्रदान करता है।

मौजूदा परिदृश्य में शिक्षकों की निरंतर सहायता के बिना छात्रों और उनकी तैयारियां प्रभावित हुई हैं। सर्वेक्षण मं 51.2% उत्तरदाताओं ने दावा किया कि उन्होंने विज्ञान संबंधी कंसेप्ट्स को शिक्षकों के बिना सीखना मुश्किल पाया, जबकि 19.8% ने कहा कि यह कहना मुश्किल है। यह पूछे जाने पर कि सबसे चुनौतीपूर्ण विषय कौन-सा था, 35.4% छात्रों ने गणित कहा, जबकि 24% छात्रों ने कहा कि उनके लिए फिजिक्स ज्यादा चुनौतीपूर्ण रहा। रसायन विज्ञान और जीवविज्ञान क्रमशः 12.3% और 10.2%पर रहे।

 

 

ब्रेनली दुनिया का सबसे बड़ा ऑनलाइन लर्निंग प्लेटफॉर्म है। यह 350 मिलियन से अधिक छात्रों, अभिभावकों और शिक्षकों का समुदाय है, जो कोलेबोरेटिव लर्निंग को आगे बढ़ाते हैं। इस प्लेटफॉर्म पर भारत के कुल 55 मिलियऩ यूजर हैं, इसके यूजर-बेस एक बड़ा हिस्सा यू.एस., रूस, इंडोनेशिया, ब्राजील और पोलैंड में भी फैला हुआ है।

 

हालांकि, ऑनलाइन लर्निंग प्लेटफॉर्म ने काफी लोगों के लिए संकटमोचक का काम किया है- 76.2% छात्रों ने कहा कि यह प्लेटफॉर्म उनके लिए प्रश्नों और प्रोजेक्ट्स को पूरा करने में मददगार बने। वहीं, 36.4% ने यह भी कहा कि उन्हें लॉकडाउन के दौरान ऐसे प्लेटफार्मों से सबसे बड़ी मदद मिली। उसके बाद उन्होंने शिक्षकों, माता-पिता, और साथियों से क्रमशः 22.8%, 21.5%और 5.8% मदद मिली। विज्ञान में भारत की बढ़ती रुचि के कारण, 49.2%छात्रों ने दावा किया कि वे विज्ञान में अपना करियर बनाना चाहते हैं जबकि 25.8% छात्रों ने इसके विपरीत अपनी बात कही। 25.1%ने अब तक कुछ भी तय नहीं किया है और वे भविष्य में उपलब्ध धाराओं में से कुछ भी चुन सकते हैं।

ब्रेनली में सीपीओ राजेश बिसानी ने सर्वेक्षण के निष्कर्षों पर बात करते हुए कहा, “ब्रेनली में हम मानते हैं कि शिक्षा का भविष्य ऑनलाइन लर्निंग प्लेटफार्मों और पारंपरिक स्कूलों को जोड़ता है। विज्ञान और प्रौद्योगिकी आगे बढ़ रही है, खासकर प्रौद्योगिकी जीवन के सभी क्षेत्रों में प्रमुखता लेती जा रही है। यह बहुत अच्छा है कि छात्रों की सोच भी इस उभरती आवश्यकता के अनुरूप हैं और विज्ञान के क्षेत्र में अपने करियर को वे आगे बढ़ाना चाहते हैं। ”

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