सीईजीआर के वन डे वर्कशॉप में विद्वजन ने बढ़चढ़कर हिस्सा लिया

नई दिल्ली। सेंटर फॉर एजुकेशन ग्रोथ एंड रिसर्च (सीईजीआर) ने न्यू देहली इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट में हायर एजुकेशन लीडरशीप एंड मैनेजमेंट विषय पर एक दिवसीय वर्कशॉप का आयोजन किया। इस खास वर्कशॉप में देश भर के एकेडमिसीय़न ने भाग लिया। उद्घाटन सत्र में प्रेसिडेंट सीईजीआर एवं वाइस चासंलर हिमालयन ग्रेवाल यूनिवर्सिटी प्रो.एनके सिन्हा ने खास तौर पर हायर एजुकेशन इंस्टीट्यूशन में एक्रेडेशन और रैंकिंग पर खास जानकारी दी। इन्होंने खास तौर पर हायर एजुकेशन में डाक्यूमेंटशन पर भी चर्चा की।

इस मौके पर एआईसीटीई के डायरेक्टर डॉ रमेश उन्नीकृष्णन ने एआईसीटीई के प्रावधानों की खास चर्चा की और बताया कि बेहतर तरीके से अगर जानकारी दी जाए तो तय है कि कहीं कोई दिक्कत नहीं आती है। इस मौके पर डॉ.रमेश उन्नीकृष्णन ने विद्वजन के सवालों का जवाब भी दिया।  एआईसीटीई के मेम्बर सेक्रेटरी प्रो. एपी मित्तल ने कहा कि आज रेगुलेटरी बॉडी और शिक्षण संस्थानों में आपसी सहसंबंध की आवश्यकता है जिसके लिए एआईसीटीई लगातार कार्य कर रहा है। उन्होंने सीईजीआर की विशेषता पर खास तौर पर चर्चा करते हुए कहा कि जिस प्रकार से शिक्षा जगत में यह कार्य कर रहा है तय है कि इसके सकारात्मक परिणाम सामने आने लगे हैं।

इस मौके पर डायरेक्टर जीएम्स प्रो. रवि के धर ने आज के एजुकेशन इंस्टीट्यूशन में व्यावहारिक ज्ञान को बढ़ावा देने की बात कही इसके लिए उन्होंने कई विकसित देशों की ओर भी ध्यान दिलाया। टेक्नीकल स्कूल ऑफ मैनेजमेंट साइंसेस लखनऊ के डायरेक्टर जनरल प्रो. भरत राज सिंह ने खास तौर पर आज के तकनीक ज्ञान को बढाने पर जोर दिया। जिससे की बेहतर शिक्षा का विकास हो सके।

सीईजीआर के वाइस प्रेसिडेंट व टीएचएससी, एनएसडीसी के सीओओ डॉ सोनाली सिन्हा ने खास तौर पर हायर एजुकेशन में छात्रों की रूचि पर खास तौर पर चर्चा की। शोभित यूनिवर्सिटी के चांसलर कुंवर शेखर विजेंद्र ने एकेडमिक लीडर के बेहतरीन स्कील पर चर्चा की। और एआईसीटीई को इस पर खास तौर पर नियमों पर समान रूप से सरकारी और निजी संस्थानों के लिए एक समान बनाये जाने पर जोर दिया। इस मौके पर एनडीआईएम क चेयरमैन व सीनियर वाइस प्रेसिडेंट सीईजीआर वीएम बंसल ने खास तौर पर सीईजीआर के द्वारा लांच किए गए बुक पर चर्चा करते हुए कहा कि आज देश में रिसर्च पर जोर देने की जरूरत है। जिसपर सीईजीआर खास जोर दे रहा है। सुंदर दीप ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशन के एक्जुक्यूटिव डायरेक्टर अंजु सक्सेना ने भी हायर एजुकेशन पर अपनी बात रखी।

इस खास वर्कशॉप में सेंटर फॉर एजुकेशन ग्रोथ एंड रिसर्च ने रिसर्च मैथोडोलॉजी पर विशेष बुक लांच किया। इस बुक में विशेषज्ञों की टीम ने विशेष रूप से अपना योगदान दिया है। इस बुक को खास तौर पर पांच एडिटर की टीम ने एडिट किया है जिसमें डॉ केके अग्रवाल, प्रो डॉ के पी ईसाक, प्रो डॉ केकेएस भाटिया, प्रो. डॉ केके रैना, प्रो. डॉ भरत राज सिंह शामिल हैं। सीईजीआर के डायरेंक्टर रविश रोशन ने कविता की विशेषता बताते हुए कहा कि इस बुक में खास तौर पर सरकार द्वारा चलाया जा रहा मेक इन इंडिया और स्टार्ट अप इंडिया कैंपेन का ध्यान रखा गया है। आज भी रिसर्च और डेवलपमेंट पर ज्यादा खर्च नहीं किया जा रहा है। विगत बीस वर्षों से देखे तो मात्र 0.6 फीसदी ही इसपर बजट खर्च होता है जिसे बढ़ाने की आवश्यकता है। सीईजीआर रिसर्च और ग्रोथ पर खास ध्यान रखता है। रविश रोशन के कहा कि निश्चित तौर पर रिसर्च के फिल्ड में यह बुक मील का पत्थर साबित होगा जिसमें 40 से अधिक सीनियर एकेडमिशियन और कॉरपोरेट प्रोफेशनल्स खास तौर पर योगदान दिए हैं। गौरतलब है कि सीईजीआर ने अभी तक 13 बुक पब्लिकेशन किए हैं जिसकी खास तौर पर एकेडमीक में मांग है।

 

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