कोरोना वायरसः इन बीमारियों से ग्रस्त हैं तो रहें अधिक सतर्क

 
जैसे की हम सब जानते है की कोरोना वायरस एक महामारी का रूप ले चुका है। यह सभी को पता है कि इस महामारी से बचने का सबसे अच्छा तरीका सावधानियां बरतना है। कई तरह की सावधानियां जैसे हाथों की. साफ-सफाई भीड़भाड़ वाली जगहों पर जाने से बचना आदि को अपनाकर हम इस वायरस से बच सकते हैं। जो लोग पहले से ही किसी गंभीर बीमारी जैसे कैंसर आदि से पीड़ित हैं उन्हें इस वायरस से बचने के लिए अन्य लोगों से ज्यादा सावधानी बरतने की जरूरत है। ऐसा इसलिए होता है क्योंकि पहले से गंभीर बीमारी से पीड़ित लोगों में रोग प्रतिरोधक क्षमता अन्य लोगों से कम होती है। ऐसे में उन्हें कोरोनावायरस या अन्य किसी वायरस से संक्रमित होने का खतरा ज्यादा होता है। इस समय कई गंभीर बीमारियों से पीड़ित लोगों को और भी अधिक सावधानी बरतने की जरूरत है।

उम्र

युवा लोगों की तुलना में कोरोना वायरस से सबसे अधिक बीमार पड़ने का खतरा अधिक उर्म के लोगों को है। जैसा कि हम जानते हैं कि हर उम्र में हमारी प्रतिरक्षा प्रणाली में परिवर्तन होता है, इसलिए जितना हो सके उतना स्वस्थ रहना महत्वपूर्ण है। कोई व्यक्ति जो 70 साल का है और बहुत सक्रिय और स्वस्थ है, वह उस उम्र में कम सक्रिय व्यक्ति की तुलना में कम जोखिम में होगा। इसका मतलब यह बिल्कुल नहीं है कि खराब जीवनशैली के साथ जो लोग छोटे हैं वे इस खतरे से पूरी तरह से बचे हुए हैं। उदाहरण के लिए, एक 45 वर्षीय पैसिव स्मोकिंग करने वाले व्यक्ति के स्वस्थ साथी की तुलना में उस व्यक्ति को कोरोनोवायरस का खतरा अधिक होता है। दमा की समस्या से ग्रस्त व्यक्ति को, उच्च रक्तचाप की समस्या से ग्रस्त व्यक्ति को, धूम्रपान करने वालों को, जो लोग धूम्रपान करते हैं, उन्हें फेफड़ों की बीमारी होने का खतरा ज्यादा होता है। धूम्रपान आपको जोखिम में डालता है क्योंकि यह आपके रक्षा तंत्र को प्रभावित करता है।

कैंसर

मैक्स हॉस्पिटल के कैंसर रोग विशेषज्ञ डाॅक्टर विकास गोस्वामी ने बताया की इस समय कैंसर का सामना करने वाले रोगी परेशान ना हो। कोरोना वायरस से घबराने की जरूरत बिल्कुल भी नहीं है सही सावधानी और एहतियात बरतने की आवश्यकता है। इस समय कैंसर से पीड़ित व्यक्ति की देखरेख करने वाले व्यक्ति को भी इस वायरस और कैंसर संबंधी जानकारियों का होना बहुत ही आवश्यक है। मरीज का रेगुलर चेकअप बिल्कुल भी मिस ना करें। साथ ही अपने चिकित्सक से इस समय बरती जाने वाली सावधानियों पर विस्तार से चर्चा करें। अगर हो सके तो चिकित्सक की बताई गई बातों को नोट कर लें।

दिल और रक्त वाहिका से संबंधित

दिल और रक्त वाहिका से संबंधित रोगों से ग्रस्त लोगों को कोरोना वायरस से ग्रस्त होने का खतरा ज्यादा हो सकता है जैसे किः दिल से संबंधित बीमारी या पहले कभी दिल का दौरा झेल चुके व्यक्ति को, हृदय वाल्व रोग से ग्रस्त व्यक्ति को, दिल के लय की स्थिति, धमनी रोग, उच्च रक्त चाप, उच्च कोलेस्ट्रॉल से ग्रस्त व्यक्ति को कोरोना वायरस का खतरा अधिक हो सकता है।

गर्भावस्था

जेपी हॉस्पिटल की गायनाकाॅलेजिस्ट व आईवीएफ एक्सपर्ट डाॅक्टर श्वेता गोस्वामी कहती है की जो महिलाएं गर्भवती हैं उनके लिए यह और भी ज्यादा जरूरी है क्योंकि उनके गर्भ में पल रहे शिशु की देखभाल की पूरी जिम्मेदारी उन्हीं के ऊपर होती है।  गर्भवती महिलाओं की एक छोटी सी गलती उनके स्वास्थ्य के साथ-साथ उनके शिशु के स्वास्थ्य पर भी बुरा प्रभाव डाल सकती है। इसीलिए इस  इस समय आम दिनों से ज्यादा सावधानियां रखकर आप अपने और अपने होने वाले शिशु की सही प्रकार से रक्षा कर सकती हैं जैसे किः भीड़भाड़ वाली जगहों पर जाने से बचेंए हाथों की सही तरह से सफाई करेए समय-समय पर अपनी नियमित जांच करवाती रहेंए संतुलित आहार ले।

डाॅक्टर शोभा गुप्ता मेडिकल डायरेक्टर मदर्स लैप आईवीएफ सेंटर का कहना है की जब तक गर्भवती महिला सोशल डिस्टेन्सिंग का पालन करती है और हाइजीन पर ध्यान देती है तब तक वह कोरोना वायरस से खुद को सुरक्षित रख सकती हैं। हालांकि, अगर आप या आपके परिवार के किसी भी सदस्य में कवीड़ -19 के लक्षण दिखाई देते हैं, तो खुद की जांच करवा लें।


मधुमेह से परेशान लोग विशेष ध्यान दें

सभी प्रकार के मधुमेह कोरोना वायरस संक्रमण से जोखिम को बढ़ा सकते हैं। मधुमेह प्रतिरक्षा प्रणाली को प्रभावित करता है। रक्त में अधिक शर्करा उन कोशिकाओं को प्रभावित करती है जो संक्रमण से लड़ने में मदद करती हैं इसलिए मधुमेह ग्रस्त व्यक्ति अधिक सावधानी बरतें।

कमजोर इम्यून सिस्टम वाले लोग

डाॅक्टर विकास गोस्वामी ने बताया की जिन लोगों की प्रतिरक्षा प्रणाली कमजोर हो गई है उन्हें कोरोनोवायरस से संक्रमित होने का खतरा अधिक है, कुछ बीमारियों के दौरान भी प्रतिरक्षा प्रणाली कमजोर हो जाती है, ऐसे लोगों को अपना विशेष ध्यान देने की जरूरत है उदाहरण के लिए कैंसर से पीड़ित लोग, एचआईवी एड्स से पीड़ित लोग, जिन लोगों का ऑर्गन ट्रांसप्लांट हुआ हो।
 पर्याप्त नींद जरूर लें

नींद आपके शरीर को स्वस्थ होने में मदद करती है। आठ से 9 घंटे की नींद जरूर लें स्वस्थ प्रतिरक्षा प्रणाली को बनाए रखने के लिए नींद महत्वपूर्ण होती है। पर्याप्त नींद नहीं लेने से आपका शरीर तरोताजा रहता है जिससे आपकी रोग प्रतिरोधक क्षमता में भी बढ़ोतरी होती है इसीलिए कैंसर पेशेंट के साथ साथ उसका ध्यान रखने के लिए नियुक्त व्यक्ति को भी पर्याप्त नींद बहुत जरूरी है।

अपनी दवाओं को लेना लें

दवाओं के प्रति लापरवाही आपकी समस्याओं को और भी ज्यादा बढ़ा सकती है। चिकित्सक द्वारा सुझाए गए समय पर अपनी दवाओं का विशेष ख्याल रखें।

विशेषज्ञ द्वारा सुझाए गए आहार पर भी विशेष ध्यान दें

सही खान-पान आपको कैंसर जैसी बीमारी से लड़ने में तो मदद करता ही है साथ ही कोरोना वायरस या किसी अन्य वायरस संक्रमण से बचाता है। अपने खानपान में सभी मिनरल्स और विटामिंस को शामिल करने का प्रयत्न करें। पौष्टिक आहार आपकी रोग प्रतिरोधक क्षमता को भी बढ़ाता है।

अपने स्वास्थ्य में किसी भी प्रकार की गिरावट आने पर तुरंत अपने विशेषज्ञ को सूचित करें।
 
ऐसा ना करके आप अपने आप को गंभीर खतरे में डाल सकते हैं। अपने चिकित्सक द्वारा सुनाई गई दवाओं का ही सेवन करें।
 

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