डाबर रेड पेस्ट ने बनाया गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड

नई दिल्ली| डाबर इंडिया लिमिटेड के प्रमुख आयुर्वेदिक टूथपेस्ट पेस्ट ब्रांड, डाबर रेड पेस्ट ने गुडगांव में 1882 विद्यालय के छात्रों के साथ सबसे बड़ा मौखिक स्वच्छता सत्र आयोजित करने के गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड प्रयास को सफलतापूर्वक पूरा करने के साथ ही इतिहास बना दिया। इसके साथ ही डाबर रेड पेस्ट ने 1507 छात्रों के साथ सबसे बडे मौखिक स्वच्छता पाठ के पिछले गिनीज रिकार्ड को भी पीछे छोड़ दिया है। डाबर की इस सार्थक पहल के बारे में जानकारी देते हुए डाबर इंडिया लिमिटेड के मार्केटिंग हेड- ओरल केयर श्री हरकवंल सिंह ने कहा, सबसे बड़ा मौखिक स्वच्छता पाठ आयोजित कर गिनीज वर्ल्ड रिकार्ड बनाने पर हमें गर्व है। शरीर को तन्दुरुस्त और स्वस्थ बनाये रखने के लिये मौखिक स्वच्छता का ध्यान रखना बेहद जरूरी है। यदि आप अपने शरीर और खाने की आदतों का ध्यान रखते हैं तो बुनियादी मौखिक और दंत स्वच्छता का ध्यान रखना भी आपके लिये उतना ही महत्वपूर्ण है। हालांकि, आमतौर पर अपने दांतों को ब्रश करने को साधारण और दिनचर्या में शुमार क्रियाकलाप के रूप में देखा जाता है। इसलिये, मौखिक देखभाल और संपूर्ण स्वास्थ्य पर पड़ने वाले इसके प्रभाव के बारे में उपभोक्ताओं और खासतौर पर बच्चों को शिक्षित किया जाना आवश्यक है। यह सत्र नई पीढ़ी के बीच मौखिक स्वच्छता को बढ़ावा देने की दिशा में हमारे द्वारा की जा रही कई शुरूआतों का एक हिस्सा है।
इस पहल के साथ ही, डाबर ने अपने डेन्टल ब्रिगेड अभियान के अन्तर्गत दंत चिकित्सकों की टीम ने बिहार, झारखंड, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, यूपी, उत्तराखंड, दिल्ली/एनसीआर, पंजाब और हरियाणा के 1600 से अधिक स्कूलों के अनुमानित 8 लाख बच्चों के लिये नि:शुल्क दंत परीक्षण कैंप भी आयोजित किये।
श्री हरकवंल सिंह ने आगे कहा, ‘‘डाबर हर परिवार के स्वास्थ और संपूर्ण स्वास्थ्य के प्रति समर्पित रहने के अपने सिद्धांत का पूरी तरह से पालन करने के लिये प्रतिबद्ध है। डेंटल ब्रिगेड अभियान के माध्यम से हमारा लक्ष्य था देश में ओरल हेल्थ को सुधारना, विशेष तौर पर स्कूल के बच्चों के लिए। पिछले अनेकों वर्षों से चले आ रही व्यवस्था को अपनाते हुए ब्रांड ने अपना केंद्र आयुर्वेदिक तरीकों और उपचार रखा है जो दंत चिकित्सा और मुँह के रोगों की रोकथाम में मदद करते हैं। इस अभियान के तहत ओरल हेल्थ सुनिश्चित करने के साथ-साथ स्कूल के बच्चों के लिए मुँह की स्वच्छता की जानकारी भी प्रदान की गयी है। इस पहल के साथ, डाबर ने स्कूल के बच्चों के बीच ओरल स्वच्छता को बढ़ावा देने की जिम्मेदारी ली है”।

 

 

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