डाबर और पूर्वी दिल्ली नगर निगम ने लॉन्च की प्लास्टिक वेस्ट कलेक्शन ड्राइव

नई दिल्ली/ टीम डिजिटल। भारत की सबसे बड़ी साइंस बेस्ड आयुर्वेद कंपनी डाबर इंडिया लिमिटेड ने आज पूर्वी दिल्ली नगर निगम (ईडीएमसी) के साथ मिलकर अनोखा प्लास्टिक अपशिष्ट कलेक्शन अभियान शुरु करने की घोषणा की। डाबर ने 2021 तक प्लास्टिक अपशिष्ट न्यूट्रल कंपनी बनने की दिशा में अपनी प्रतिबद्धता को आगे बढ़ाते हुए इस प्लास्टिक वेस्ट कलेक्शन ड्राइव को लॉन्च किया है।

दिल्ली में इस पहल के तहत, डाबर इंडिया लिमिटेड, इंडियन पॉल्यूशन कंट्रोल एसोसिएशन (आईपीसीए) और ईडीएमसी द्वारा “मई 10 केजी प्लास्टिक” प्रोग्राम की घोषणा की। अब इस प्रकार के विभिन्न कार्यक्रमों की श्रंखला द्वारा नागरिकों में जागरूकता लाने का प्रयास किया जाएगा। इसके साथ ही इस कार्यक्रम में अवेयरनेस के लिए लोगों सहित सभी स्कूलों और कार्यालयों को शामिल करने के लिए कार्यक्रमों की एक श्रृंखला होगी। प्लास्टिक कचरे को अलग कर उसका सुरक्षित निपटान भी किया जाएगा।

इस पहल के तहत एकत्र प्लास्टिक वेस्ट को दिल्ली-एनसीआर में आईपीसीए द्वारा स्थापित वेस्ट कलेक्शन सेंटर्स में भेजा जाएगा। इस पहल के द्वारा इकट्ठा किए गए प्लास्टिक कचरे को लैंडफिल, नदियों और महासागरों में फेंक कर खत्म करने के बजाए पुनर्नवीनीकरण और निपटान इकाइयों में भेजा जाए। इस कार्यक्रम का अनावरण ईडीएमसी के छह सप्ताह लंबे अभियान ‘स्वच्छता ही सेवा-प्लास्टिक वेस्ट श्रमदान अभियान’के तहत महात्मा गांधी की 150 वीं जयंती के हिस्से के रूप में किया गया है।

इस अवसर पर डाबर इंडिया लिमिटेड के कार्यकारी निदेशक-संचालन श्री शाहरुख खान ने कहा, “एक जिम्मेदार कंपनी होने के नाते, डाबर ने हमेशा पर्यावरणीय स्थिरता के लिए एक मजबूत संबंध के साथ अपने बिजनस को संचालित करने की ओर कदम बढ़ाए है। अपने ‘मई 10 केजी प्लास्टिक’अभियान के साथ, हम समाज में जागरूकता पैदा करना चाहते हैं साथ ही हरियाली से परिपूर्ण और स्वच्छ समाज बनाने में सभी हितधारकों को शामिल करना चाहते हैं। हम ईडीएमसी के साथ इस पहल की शुरूआत कर रहे हैं और जल्द ही शहर और देश के अन्य हिस्सों में इसका विस्तार करेंगे।”

डाबर के श्री खान ने कहा, डाबर मार्च 2021 के अंत तक देश भर से 20,000 मीट्रिक टन के उपभोक्ता प्लास्टिक कचरे का संग्रहण, प्रसंस्करण और पुनर्चक्रण करके प्लास्टिक वेस्ट न्यूट्रल कंपनी बनने की ओर अग्रसर है। “हमने छह राज्यों में 2018-19 में अपनी पायलट प्लास्टिक रीसाइक्लिंग पहल शुरू की थी, और हमने इन छह राज्यों से लगभग 4,000 मीट्रिक टन प्लास्टिक कचरे को एकत्र, संसाधित और पुनर्नवीनीकरण किया है। हम अब इस प्लास्टिक अपशिष्ट प्रबंधन पहल को 25 राज्यों में बढ़ा रहे हैं। हम 2019-20 में 12,400 मीट्रिक टन प्लास्टिक कचरे को इकट्ठा करेगा और उन्हें रीसाइक्लिंग ध् प्रसंस्करण के लिए भेजेगा। इसे 2020-21 में 20,000 मीट्रिक टन तक बढ़ा दिया जाएगा। इसके साथ, हम अपनी पैकेजिंग द्वारा उत्पन्न प्लास्टिक कचरे का 100ः वापस इकट्ठा करेंगे। मार्च 2021 तक हम एक प्लास्टिक अपशिष्ट न्यूट्रल कंपनी के रूप में अपनी पहचान बनाने में कामयाब होंगे।” उन्होंने कहा कि प्लास्टिक कचरे को इकट्ठा करने और संसाधित करने में मदद करते हुए, डाबर इस अभियान में जागरूकता लाने और समुदाय को शामिल करने की दिशा में भी काम कर रहा है।

डाबर के श्री खान ने कहा कि हम शहरों में प्लास्टिक कचरे को कम करने के लिए प्रगतिशील कदम उठा रहे हैं, साथ ही प्लास्टिक कचरा प्रबंधन के बारे में जागरूकता बढ़ा रहे हैं। प्रकृति के संरक्षण के प्रति हम अपनी जिम्मेदारी से पूरी तरह वाकिफ हैं। डाबर द्वारा किए जाने वाला प्रत्येक कार्य स्थायी भविष्य की दिशा में एक कदम है। हमारा ‘मई 10 केजी प्लास्टिक’ अभियान इस दिशा में एक ऐसा कदम है।

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