नई दिल्ली। कांग्रेस के अध्यक्ष राहुल गांधी ने दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष के रूप में दिल्ली की पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित को नियुक्त किया है। इससे कांग्रेस कार्यकर्ताओं में खुशी का माहौल है। सामाजिक कार्यकर्ता और कांग्रेस नेता एडवोकेट नवरतन चौधरी कहती हैं कि दिल्लीवासी आज भी अपने पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित के मुख्यमंत्रित्व काल को याद करते हैं। कितना विकास किया था उन्होंने। सामाजिक और राजनीतिक जीवन में उनका अनुभव काफी लंबा है। एक बार फिर उनके प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष बनने से कांग्रेस पार्टी और दिल्ली की बेहतरी का मार्ग प्रशस्त होगा।
एडवोकेट नवरतन चौधरी कहती हैं कि दिल्ली में कांग्रेस को एक ऐसे हाथ की जरूरत है, जो पार्टी को तीसरे स्थान से ऊपर ले जा सके। अजय माकन ने स्वास्थ्य कारणों का जो हवाला दिया है, उसके बाद कांग्रेस को दिल्ली के लिए शीला दीक्षित से बेहतर नाम अभी नहीं दिख रहा था। शीला का कद और अनुभव सब पर भारी पड़ता दिखा। शीला दीक्षित एक राजनीतिज्ञ हैं जो कि 1998 से दिल्ली की मुख्यमंत्री रही हैं। वे भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस से सम्बद्ध हैं और दिल्ली में लगातार तीन बार कांग्रेस की सरकारें बना चुकी हैं।