डेटाॅल का हाइजीन वाला चकाचक मेला आयोजित


नई दिल्ली/ टीम डिजिटल।
कंपनी रेकिट बेकिंसर ने ग्लोबल सिटिज़न इंडिया के सहयोग से डेटाॅल स्कूल हाइजीन एजुकेशन पाठ्यक्रम के तीन साल पूरे होने पर चका-चक मेला का आयोजित किया गया। कार्यक्रम के दौरान बच्चों को एक रोचक माहौल में शिक्षित किया गया। रेकिट बेकिंसर आगा खान फाउंडेशन, सम्हिता, कलेक्टिव गुड फाउंडेशन, लर्निंग लिंक्स फाउंडेशन, एडीआरए और पहल के साथ साझेदारी में बिहार, गुजरात, मध्यप्रदेश, महाराष्ट्र, तेलंगाना और उत्तरप्रदेश के शहरी एवं ग्रामीण स्कूलों में इस पाठ्यक्रम का संचालन कर रहा है।
इस पाठ्यक्रम का संचालन आगा खान फाउंडेशन, सम्हिता, कलेक्टिव गुड फाउंडेशन, लर्निंग लिंक्स फाउंडेशन एडीआरए और पहल के द्वारा लक्षित राज्यों के स्कूलों में किया गया, यह पाठ्यक्रम बच्चों की कक्षा के आधार पर तैयार किया गया है- पहली और दूसरी कक्षा के बच्चों के लिए पहला स्तर, तीसरी कक्षा के बच्चों के लिए दूसरा स्तर, पांचवी या इससे बड़ी कक्षा के लिए तीसरा स्तर। इसकी सामग्री पांच मुख्य विषयों पर आधारित हैं जो निजी स्वच्छता, घर में स्वच्छता, स्कूल में स्वच्छता, बीमारी के दौरान स्वच्छता तथा आस-पड़ौस में स्वच्छता पर केन्द्रित है। कुल मिलाकर क्लासरूम सत्रों में हर स्तर के लिए पांच थीमों में 15 विषय कवर किए जाते हैं (प्रगतिशील स्तर के आधार पर हर विषय में तीन टाॅपिक), अध्यापक उपलब्ध सामग्री की मदद से इन विषयों को कवर करता है। इस पाठ्यक्रम के तहत बच्चों को छह मुख्य मौकों पर हाथ धोने के लिए प्रेरित किया जाता है- शौच के बाद हाथ धोना, शौचालय का इस्तेमाल करने के बाद हाथ धोना; खाना खाने, खाना बनाने और परोसने से पहले हाथ धोना; बच्चों को खाना खिलाने से पहले आधा धोना; बच्चे के नीचले हिस्से की सफाई करने के बाद; बीमारी के दौरान खांसने या छींकने के बाद हाथ धोना।
मध्यपूर्व व दक्षिण एशिया, आरबी हेल्थ इंडिया के सीनियर वाइस प्रेजीडेंट गौरव जैन ने कहा कि हमें डेटाॅल स्कूल हाइजीन एजुकेशन करिकुलम से जुड़े स्कूली बच्चों में हाथ धोने की अच्छी आदत का सकारात्मक प्रभाव देखकर बहुत गर्व महसूस हो रहा है। मुझे विश्वास है कि अगर छात्र हाइजीन यानी स्वच्छता के मूल तरीकों को सीख जाएं तो वे अन्य लोगों के लिए प्रभावशाली भूमिका निभा सकते हैं और आने वाले कल के लिए राष्ट्र निर्माण में योगदान दे सकते हैं।
आगा खान फाउंडेशन, दक्षिणी एशिया की सीईओ टिन्नी साहनी का कहना है कि हमें रेकिट बेकिंसर के साथ इस साझेदारी को लेकर बेहद गर्व का अनुभव हो रहा है, जिसकी वजह से आगा खान फाउंडेशन और इसके साझेदार सबसे संवेदनशील क्षेत्रों के 1000 स्कूलों में प्रभावी स्कूल हाइजीन शिक्षा प्रोग्रामों का संचालन कर रहे हैं। आरबी के साथ मिलकर हम बच्चों में हाथ धोने की आदत पैदा कर तथा स्कूलों में वाॅश को प्राथमिकता देकर स्वच्छता एवं साफ़-सफाई को बढ़ावा देने के लिए सामुहिक रूप से प्रयास कर रहे हैं। आरबी द्वारा बच्चों के अनुकूल उपकरण, संदेश एवं अभियान विकसित किए हैं, जिनका इस्तेमाल हमारी सभी परियोजना लोकेशनों में किया जा रहा है और 2019 में 3000 से अधिक स्कूलों तक पहुंचने का लक्ष्य तय किया गया है।

 

 

– हाथ धोने और हाइजीन पर 1,54,000 जागरुकता सत्र आयोजित किए जा चुके हैं, जो बिहार, गुजरात, महाराष्ट्र, तेलंगाना, उत्तरप्रदेश, राजस्थान, आन्ध्रप्रदेश, तमिलनाडू राज्यों में ई-करिकुलम और आॅफलाइन पाठ्यक्रमों के ज़रिए 3 लाख से अधिक स्कूलों में 4.52 मिलियन स्कूली बच्चों को प्रभावित कर चुके हैं।
–  690 सोप बैंक इन्सटाॅल किए गए हैं, जो 38,000 स्कूली बच्चों को लाभान्वित करता है।
– 4500 स्कूलों में डेटाॅल हाइजीन काॅर्नर लगाए गए हैं और 4700 बच्चों के लिए हाइजीन पार्लियामेंट सत्र आयोजित किए जा चुके हैं।

 

Leave a Reply

Your email address will not be published.