Devuthani Ekadashi – 25 Nov, 13 Dec से April’21तक विवाह मुहूर्त नहीं

नई दिल्ली। त्योहारों का मौसम नवंबर अपने अंतिम पड़ाव पर है। करवा चौथ से लेकर दिवाली और छठ पूजा जैसे पर्व समाप्त हो चुके है। एक और पर्व 25 नवंबर को पड़ने वाला है, जिसे साल का सबसे महत्वपूर्ण Ekadashi भी मानी जाती है। कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष में यह एकादशी को मनाने की परंपरा है। इस दिन से वैवाहिक जीवन में बंधने की इच्छा रखने वाले का जोड़ों विवाह आयोजन व अन्य धार्मिक अनुष्ठान आरंभ हो जाते हैं।

चतुर्मास भी देवउठनी एकादशी से समाप्त हो जाता है

ऐसी मान्यता है कि देवउठनी एकादशी पर श्री भगवान विष्णु जी चार महीने की निद्रा से उठते हैं और वापस से सृष्टि का कार्य-भार संभालते हैं। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की इसी एकादशी पर भगवान विष्णु ने माता तुलसी संग विवाह किया था। यही कारण है कि इस दिन तुलसी विवाह करने की भी परंपरा है। देवउठनी एकादशी पर तुलसी विवाह करना बेहद शुभ होता है। नतीजतन पारिवारिक या वैवाहिक जीवन काफी सुखद व्यतीत होता है।

 

देवउठनी एकादशी का शुभ मुहूर्त

इस साल देवउठनी एकादशी 25 नवंबर बुधवार को पड़ रही है। इस तिथि को 02:45 मिनिट से शुरू होकर, 26 नवंबर 2020 को 05 बजकर 10 मिनट तक रहेगी। ऐसी मान्यता है कि आषाढ़ शुक्ल एकादशी के दिन भगवान गहरी निद्रा में सो जाते हैं और कार्तिक मास की देवउठनी एकादशी को शुभ मुहूर्त में जागते हैं।

 

नवंबर-दिसंबर में शादियों के शुभ मुहूर्त

वैसे इस नवंबर-दिसंबर में शादियों के शुभ मुहूर्त काफी कम हैं। अगले साल भी अर्थात वर्ष 2021 में भी गुरु और शुक्र के अस्त होने के कारण शादियों के मुहूर्त काफी कम हैं। आपको बता दें कि 17 जनवरी से 15 फरवरी के बीच देव गुरु अस्त हो जाएंगे। ऐसे में इस दौरान शहनाईयां नहीं बजेंगी। वर्ष 2020 का अंतिम विवाह मुहूर्त 13 दिसंबर को है, जिसके बाद सीधे अप्रैल 2021 में ही शहनाई की गुंज सुनाई देगी।

 

Devuthani Ekadashi – 25 Nov,ये हैं विवाह मुहूर्त की तारीखें

  • 27 नवंबर, शुक्र कार्तिक शु. द्वादशी अश्विनी नक्षत्र
  • 29 नवंबर, रवि कार्तिक शु. चतुर्दशी रोहिणी नक्षत्र
  • 30 नवंबर, सोम कार्तिक पूर्णिमा रोहिणी नक्षत्र
  • 1 दिसंबर, मंगल मार्गशीर्ष कृ. प्रतिपदा रोहिणी नक्षत्र
  • 7 दिसंबर, सोम मार्गशीर्ष कृ. सप्तमी मघा नक्षत्र
  • 9 दिसंबर, बुध मार्गशीर्ष कृ. नवमी हस्त नक्षत्र
  • 10 दिसंबर, गुरु मार्गशीर्ष कृ. दशमी चित्रा नक्षत्र
  • 11 दिसंबर, शुक्र मार्गशीर्ष कृ. एकादशी चित्रा नक्षत्र
  • 12 ओर 13 दिसंबर में कुछ पंचांगों में मुहूर्त है

इनपुट्स – आचार्य-पं. नरेन्द्र कृष्ण शास्त्री

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