रचनात्मकता और क्रिटिकल थिंग्किंग को बढ़ाने के लिए डीजिटल रीडर्स और इंटरैक्टिव सेशंस

नई दिल्ली। अंग्रेजी भाषा पढ़ाने और सिखाने वाले समूह– बर्लिंग्टन इंग्लिश (Burlington English) ने रचनात्मकता एवं क्रिटिकल थिंग्किंग (critical thinking) कौशलों को बढ़ावा देने के लिए मेयो कॉलेज में एक रीडिंग प्रोग्राम का आयोजन किय। सहयोग, क्रिटिकल थिंग्किंग (critical thinking), बहुभाषावाद और 21वीं सदी के अन्य कौशलों पर ध्यान देने के साथ कस्टमाइज्ड इंग्लिश लैंग्वेज टीचिंग एंड लर्निंग सॉल्यूशंस (customised English language teaching and learning solutions) का डिजाइन तैयार करने और डीलिवरी के लिए प्रसिद्ध, तकनीक को सर्वोच्च प्राथमिकता देने वाली इस कंपनी ने चुनौतीपूर्ण पाठों को अच्छे से पढ़ने में विद्यार्थियों की क्षमता को बढ़ाने और छात्रों को उनके जीवन में अकादमिक एवं व्यावसायिक सफलता प्राप्त करने में मदद करने के लिए बर्लिंग्टन इंग्लिश रीडिंग प्रोग्राम (Burlington English Reading Programme) की शुरुआत की। प्रोग्राम में छात्रों को बहुत ही ध्यान से वर्गीकृत किए गए पाठकों तक पहुँचने का मौका मिलता है जिससे उन्हें पढ़ने का शानदार अवसर मिलता है। उन्होंने अपने भाषा कौशलों में सुधार लाने, जागरुक और स्वतंत्र पाठक बनने एवं जीवन भर सीखने की इच्छा विकसित करने के लिए क्लोज्ड–ग्रुप इंटरैक्टिव सेशंस (closed-group interactive sessions) में भी भाग लिया।

मेयो कॉलेज के अंग्रेजी विभाग के अध्यक्ष– श्री संजय खाटी ने कहा, ‘मेरे बच्चों के लिए एक शानदार प्रोग्राम– महामारी के कारण पैदा हुई उदासी और थकान के कारण पहले से कहीं अधिक प्रासंगिक है। इसने छात्रों को पूरी तरह से ऊर्जा से भर दिया है। उन्हें कुछ ऐसा दिया है जिसमें वे दिलचस्पी ले सकते हैं और काफी समय तक इसके प्रभाव का अनुभव कर सकते हैं। यह ऐसे समय में हमारे सामने किताबों को लाया है जब हम सब का जीवन इस विशाल डिजिटल वेव में उलझा हुआ है। मुझे पूरा विश्वास है कि एक बार जब मेरे छात्र किताबों में खो जाएंगे तो इसका प्रभाव केवल शारीरिक ही नहीं होगा बल्कि उनकी कल्पना और बुद्धि भी आंदोलित होगी।’

श्री रत्नेश झा, दक्षिणपूर्व एशिया और भारत में बर्लिंग्टन समूह के सीईओ ने कहा, ”क्लासिक्स हमेशा के लिए होते हैं। प्राइड एंड प्रिजुडिस (Pride and Prejudice) और मैन्सफिल्ड पार्क (Mansfield Park) जैसी पसंदीदा किताबों को पढ़ने से पाठकों को अंग्रेजी भाषा की समृद्धि और संस्कृति एवं आश्चर्य से भरी दुनिया का पता चलेगा जो निश्चित रूप से उनके मन में उत्सुकता पैदा करेगी। हम इन सदाबहार कहानियों के माध्यम से पढ़ने की इच्छा पैदा करना चाहते हैं।”

 

 

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