नई दिल्ली/ टीम डिजिटल। समूचे भारत में 1600 प्लंबरों को प्रशिक्षित करने के प्रयास के अंतर्गत, वी आर वाटर फाउंडेशन, ने इंडियन प्लंबिंग स्किल्स काउंसिल (आइपीएससी) के साथ एक समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किया है। वी आर वाटर फाउंडेशन रोका बाथरूम प्रोडक्ट्स प्राइवेट लिमिटेड की सीएसआर इकाई है। यह एमओयू उनकी प्रशिक्षण पहल के लिये किया गया है, जिसका नाम है ‘प्लंबिंग की पाठशाला।’
नेशनल स्किल्स डेवलपमेंट कॉर्पोरेशन (एनएसडीसी) के तत्वधान में इस पहल का लक्ष्य समूचे भारत में प्लंबिंग श्रमबल को प्रशिक्षण उपलब्ध कराना है। इसमें महिलाओं पर विशेष फोकस किया जायेगा और बाथरूम इंडस्ट्री में लॉन्च की गई नई तकनीकों एवं उत्पादों को समझने में उनकी मदद की जा रही है। समझौते के अंतर्गत, ये दोनों ही संगठन नेशनल स्किल क्वालिफिकेशन फ्रेमवर्क (एनएसक्यूएफ) के अनुसार, विशिष्ट रोजगार भूमिकाओं के लिये फ्री स्किल ट्रेनिंग उपलब्ध कराने के लिये एकसाथ काम करेंगे। प्रशिक्षण के आधार पर, प्लंबरों का मूल्यांकन किया जायेगा और उसके बाद उन्हें ट्रेनिंग प्रोग्राम्स को सफलतापूर्वक पूरा करने पर स्किल इंडिया एवं आइपीएससी सर्टिफिकेशन दिया जायेगा।
इस साझेदारी के बारे में बताते हुये श्री केई रंगानाथन, मैनेजिंग ट्रस्टी, वी आर वाटर फाउंडेशन ने कहा, ”रोका-ड्ब्ल्यूएड्ब्ल्यू
इस पहल पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुये श्री आर. के सोमानी, चेयरमैन, आइपीएससी ने कहा, ”आइपीएससी समूचे भारत में प्लंबिंग तकनीशियनों का उत्थान करने के लिये प्रतिबद्ध है। हमने अब तक 1,00,000 से अधिक तकनीशियनों को आवश्यक प्लंबिंग स्किल्स प्रदान किये हैं। इस पहल में हमारा सहयोग करने के लिये हम रोका-ड्ब्ल्यूएड्ब्लयूएफआइ के आभारी हैं।”