एफआइईओ और पेपाल ने एमओयू पर हस्ताक्षर किये

नई दिल्ली। टेक्नोलाॅजी प्लेटफाॅर्म एवं डिजिटल भुगतान में अग्रणी, पेपाल और फेडरेशन आॅफ इंडियन एक्सपोर्ट आॅर्गेनाइजेशंस (एफआइईओ), भारत के सर्वोच्च अंतर्राष्ट्रीय व्यापार प्रचार संगठन, ने आज निर्यात को बढ़ावा देने के लिए साझेदारी करने की घोषणा की है। पेपाल और एफआइईओ दोनों एक-दूसरे की तकनीक और अनुभव का भी लाभ उठायेंगे। पेपाल एसएमईज को वैश्विक अवसरों का लाभ उठाने के बारे में शिक्षित करने के लिए एफआइईओ के साथ काम करेगा। पेपाल के इनवाॅयसिंग जैसे उत्पादों के साथ सुरक्षित एवं समय पर पूंजी प्राप्त करने में उनकी मदद करेगा और 200 बाजारों से उन्हें सर्वश्रेष्ठ वैश्विक प्रणालियां मुहैया करायेगा।
डाॅ. अजय सहाय, महानिदेशक एवं सीईओ ने कहा कि इस एमओयू से एफआइईओ को काॅटेज उद्योग, कारीगरों, गृहणियों, युवाओं, एमएसएमईज और क्लस्टर्स तक पहुंचने में मदद मिलेगी। यही नहीं वे निर्यात के प्रति अपने ओरिएंटेशन को भी विकसित करने के लिए सुदूर क्षेत्रों में पहुंच सकते हैं। पेपाल उत्पाद जैसे कि इनवाॅयसिंग समाधान, खरीदारों के लिए सुरक्षित एवं भरोसेमंद भुगतान विकल्प, मौजूदा कारोबारी तंत्र के साथ आसानी से एकीकृत होना आदि से उद्यमियों एवं स्टार्टअप्स को बिना किसी परेशानी के निर्यात के लिए प्रोत्साहन देने में मदद मिलेगी। इसके लिए उन्हें ज्यादा तकनीकी जानकारी की भी जरूरत नहीं होगी। यह सभी प्रधानमंत्री के मेक इन इंडिया, डिजिटल इंडिया के विजन के अनुरूप हैं और युवाओं को निर्यात नीति के साथ स्टार्ट-अप शुरू करने के लिए प्रोत्साहित करेंगे।‘‘
इस बारे में श्री अनुपम पहुजा, प्रबंध निदेशक एवं कंट्री मैनेजर, भारत, पेपाल ने कहा कि भारतीयों ने पहले उद्यमशीलता को लेकर उनके पूर्वाग्रह की ओर रूख किया पर अब उनका फोकस उन इनैबलर्स की ओर जायेगा जोकि उनकी कामयाबी को आगे बढ़ा सकते हैं। यह एमओयू मुख्य रूप से भारतीय एसएमईज को निर्यात के विभिन्न पहलुओं के बारे में सिखाने और उन्हें विकास के वैश्विक अवसरों से अवगत कराने पर ध्यान केंद्रित करेगा। कई स्वाभाविक चुनौतियां भारतीय एसएमई सेक्टर को अपना असली सामथ्र्य दिखाने में रोड़ा बनी हुई हैं। हमारे प्रोग्राम्स एवं सेमिनार्स एसएमईज के लिए समूचे पारितंत्र को सरल बनाने और मिथकों को तोड़ने का काम करेंगे। एफआइईओ के सदस्य भारत के 70 प्रतिशत से ज्यादा निर्यात में योगदान देंगे और हम वैश्विक संपर्क बनाने के लिए हमारी साझेदारी का लाभ उठायेंगे।‘‘
भारत में अधिकतम छोटे-मोटे निर्यात स्थानीय बाजार पर फोकस करते हैं ताकि वैश्विक बाजारों में परिचालन करने से जुड़े खतरों से दूर रहा जा सके। शिपिंग एवं निर्यात की जटिल प्रक्रियायें भी उच्च सामथ्र्य वाले इस क्षेत्र के लिए अवरोध का काम करती हैं। जागरुकता कार्यक्रम एसएमबी द्वारा झेली जाने वाली कुछ आम चुनौतियों से निपटेंगे और इस सेगमेंट के लिए विशिष्ट रूप से निर्मित पेपल समाधानों से उन्हें सशक्त बनाने के लिए प्रशिक्षण देंगे। पेपाल एकमात्र पेमेंट सिस्टम है जिसने भारतीय एसएमईज और फ्रीलांसर्स के साथ भागीदारीपूर्ण गतिविधियां तैयार करने के लिए एफआइईओ के साथ गठबंधन किया है।

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