शाहनवाज हुसैन ने फिजियोथेरेपी के बारे में जागरुकता के महत्व पर प्रकाश डाला

गुड़गांव। ‘फिट इंडिया आंदोलन’ में योगदान के लिए के आर वी फाउंडेशन द्वारा फिजियोथेरेपी के महत्व के बारे में जागरुकता बढ़ाने के लिए 8 सितंबर को गुड़गांव में मुफ्त फिजिकल थेरेपी शिविर का आयोजन किया जाएगा। व्यक्तिगत भलाई और राष्ट्र निर्माण में फिजियोथेरेपी की भूमिका के बारे में जागरुकता बढ़ाने के उद्देश्य से एक इंटरैक्टिव सत्र का आयोजन किया गया। बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता, श्री शाहनवाज हुसैन इस सत्र के माननीय अतिथि थे। साथ ही आईजीआई एयरपोर्ट के डीसीपी, श्री संजय भाटिया और आईजीएल के वरिष्ठ उपाध्यक्ष, श्री मनजीत सिंह भी अतिथि के रूप में उपस्थित थे।

यह शिविर आईजीएल (इंद्रप्रस्थ गैस लिमिटेड) के सहयोग से आयोजित किया जाएगा, जो प्रदूषण मुक्त, स्वस्थ और ग्रीन इंडिया के उद्देश्य के साथ बड़े पैमाने पर समाज की सेवा करता रहा है। इस शिविर में लगभग 1000 लोगों के भाग लेने का अनुमान लगाया जा रहा है।

बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता, श्री शाहनवाज हुसैन ने बताया कि, “गतिहीन जीवनशैली और उससे पैदा होने वाली समस्याओं पर चिंता व्यक्त करते हुए भारत के माननीय प्रधानमंत्री, श्री नरेन्द्र सिंह मोदी ने हाल ही में ‘फिट इंडिया मूवमेंट’ का शुभारंभ किया है। इस शिविर का मुख्य उद्देश्य यह है कि इसके जरिए लोगों को स्वास्थ्य और स्वस्थ रुटीन को लेकर प्रोत्साहित किया जा सके। मैं के आर वी फाउंडेशन द्वारा की गई इस पहल की सराहना करता हूँ।”

भारत की आधी आबादी पूरी तरह से टेक्नोलॉजी पर निर्भर हो चुकी है। परिणामस्वरूप, स्वास्थ्य संबंधी बीमारियों, विशेषकर मांस्पेशियों और पोस्चर की समस्याओं में वृद्धि हुई है।

केआरवी हेल्थकेयर और फिजियोथेरेपी प्राइवेट लिमिटेड की संस्थापक और फिजियोथेरेपिस्ट, डॉक्टर रिदवाना सनम ने बताया कि, “फिजिकल थेरेपी एक परंपरागत इलाज है जो मेडिकल साइंस का एक अहम हिस्सा है। ग्रेड 1, 2 और 3 में बिना किसी साइड इफेक्ट के फिजिकल थेरेपी, सर्जरी की जरूरत को खत्म कर देती है। लेकिन जागरुकता में कमी के कारण आम जनता के बीच इसे सिर्फ एक व्यायाम के रूप में जाना जाता है। उम्र चाहे जो हो, शारीरिक समस्या के आधार पर फिजियोथेरेपी सभी के लिए महत्वपूर्ण है। हालांकि यह तो सभी को मालूम है कि सर्जरी के बाद और स्ट्रोक के इलाज के बाद रिकवरी के दौरान फिजियोथेरेपी एक अहम भूमिका निभाती है, लेकिन इसके अन्य लाभों से लोग अभी भी अनजान हैं।”

भारत में बहुत ही कम लोग फिजियोथेरेपी और इसके फायदों के बारे में जानते हैं। इसको लेकर यही धारणा बनी हुई है कि यह सिर्फ क्रोनिक दर्द और सजर्री वाले मरीजों के लिए अनिवार्य है लेकिन लोगों को यह जानने की आवश्यकता है कि यह निवारक और रिहैब ट्रीटमेंट में भी अहम भूमिका निभाती है।

 

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