जॉर्ज पिनेरियो ने 5 दिवसीय सॉकर प्रशिक्षण कार्यशाला पूरी की

नई दिल्ली। बैपटिस्ट चर्च ट्रस्ट एसोसिएशन (बीसीटीए),एक मिशनरी संगठन ने वंचित बच्चों के लिए सॉकर वर्कशॉप- पीईएम (प्रोग्राम एस्पोर्टिवो मुंडियल) का आयोजन किया है | इस कार्यशाला का उद्देश्य भारत में खेल की गतिविधियों को बढ़ावा देना था तथा 6 अक्टूबर से 12 नवंबर को बीसीटीए मैदान, दिल्ली में आयोजित किया गया था। इस प्रशिक्षण वर्कशॉप में पुरे भारत (पश्चिम बंगाल , ओडिशा, दिल्ली, उत्तर प्रदेश , हरियाणा इत्यादि ) से लगभग 150 बच्चों ने ब्राजील फुटबॉल एसोसिएशन के पेशेवर फुटबॉल कोच जॉर्ज पिनेरियो द्वारा प्रशिक्षण प्राप्त किया | कुछ बच्चों को कोचिंग देने के स्तर में प्रशिक्षण दिया गया जिससे वह वापस जाकर अपने समुदाय के बच्चों को फुटबाल खेलने के तकनिकी को बता सकें |
बीसीटीए के कोषाध्यक्ष और सचिव सुमित नाथ ने कहा कि –“ बीसीटीए बहुत खुश है की पीइएम- के लिए टीम को जार्ज पिनेरियो का साथ मिला | पीइएम- अपने दैनिक दिनचर्या में खेल गतिविधियों को प्रोत्साहित करने के महत्व को समझने के लिए बच्चों के खेलने के माध्यम से सीखने के लिए एक अनूठा मंच है | यह संगति हमारे मिशन विश्व कप 2030 के परिपेक्ष्य में भारत के लिए गोल्ड का परिणाम था तथा हर बच्चे के विकास के लिए खेल के महत्व को बताना और उन्हें खेलने के माध्यम से सीखने का एक अनुभव प्रदान करना भी था ।“ पीईएम का मिशन सॉकर कार्यशाला के जरिए मनोरंजक सॉकर के खेल को बढ़ावा देना था | यह सामाजिक रूप से वंचित और पिछड़े प्रतिभा को उजागर करने के एक मंच के रूप में कार्य किया |
इस विशेष प्रशिक्षण कार्यशाला में प्रशिक्षण देने वाले फुटबाल,सॉकर खिलाडी और कोच जोर्ज पिनारियो ने कहा कि –“ यह छह दिवसीय कार्यशाला हमेशा मेरे लिए विशेष रहेगी | ये सभी युवा लड़के बहुत मेहनती हैं, मैं एक बात विश्वासपूर्वक कह सकता हूं कि उनका भविष्य बहुत उज्ज्वल है, और आशा करता हूँ की आने वाले समय में उनमें से प्रत्येक राष्ट्रीय या अंतरराष्ट्रीय टीम के हिस्सा होंगे।“
प्रशिक्षण में शामिल प्रशिक्षण प्राप्त खिलाडी श्रेयांश (सकूर बस्ती,दिल्ली ) ने कहा कि –“ मैं प्रशिक्षण के लिए बहुत उत्साहित था, मुझे यह अद्भुत अवसर देने के लिए बीसीटीए और जॉर्ज पिनेरियो सर का शुक्रिया अदा करना चाहता हूँ | पिनेरियो सर के मार्गदर्शन में, हम सॉकर की बुनियादी बातों और कई नई तकनीकों को सीखा है जो हमें एक अच्छा सॉकर खिलाड़ी बनने में और साथ ही एक अच्छा इंसान बनने में मदद करेगा |”
कार्यशाला के लिए बीसीटीए ने मुख्य कोच तथा स्थानीय समन्वयक भी नियुक्त किया था, जिन्होंने कार्यशाला को सफल बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। इसमें देश के अनेक हिस्सों के स्लम एरिया के बच्चों ने भाग लिया श्रेयांश , हृतिक , राहुल , जो की सकूर बस्ती दिल्ली के स्लम एरिया के रहने वाले प्रतिभाशाली बच्चे हैं |

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