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Harpal ki khabar
नई दिल्ली / टीम डिजिटल। हरियाणा के खिलाडी सरकार के खेल विभाग के रवैये से अपमानित महसूस कर रहे हैं । दो दो बार सम्मान समारोह रख कर स्थगित कर दिया गया । यह अपमान नहीं तो क्या है ? पूरी राशि नहीं दी जा रही । यह कोई सम्मान है ? खिलाडियों को अब सम्मान समारोह में न बुला कर उनके अकांउट में राशि भेजी जा रही है और उसमें कटौती की जा रही है । पहले तो सम्मान समारोह स्थगित और ऊपर से सम्मान राशि में कटौती । यह कहां का और कैसा सम्मान ?
हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा कहते हैं कि भाजपा ने सत्ता में आने के बाद से कभी खिलाडियों को सम्मानित ही नहीं किया । राजनैतिक दुर्भावना के चलते खेल नीति को बदल दिया गया । खिलाडी तो प्रदेश के होते हैं । राजनीति से उन्हें न जोडिए । राजकुमार सैनी कहते हैं कि खिलाडी देश का गौरव होते हैं ।खैर । सरकार । चौनाव सिर पर हैं और आपको हर वर्ग की चिंता है लेकिन खिलाडियों की घोर उपेक्षा करना बहुत सयाना कदम नहीं । जरा सोचिए ।