आईसीएआई ने अपने 68 वें वार्षिक समारोह का जश्न मनाया

नई दिल्ली । इंस्टिट्यूट ऑफ चार्टर्ड अकाउंटेंट ऑफ इंडिया (आईसीएआई) ने विज्ञान भवन में अपना 68 वां वार्षिक समारोह मनाया। वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री श्री सुरेश प्रभु, केंद्रीय रेल और कोयला मंत्री श्री पीयूष गोयल, कानून और न्याय एवं कॉर्पोरेट मामलों के राज्य मंत्री श्री पी.पी. चौधरी, आईसीएआई अध्यक्ष सीए निलेश शिवजी विकमसे, आईसीएआई के उपाध्यक्ष सीए नवीन एन डी गुप्ता, और पूरे भारत से सीए कार्यक्रम में मौजूद थे। करीब 1200 सदस्य, छात्र और हितधारकों ने भी कार्यक्रम में भाग लिया। इस अवसर पर आईसीएआई ने अपने पूर्व अध्यक्ष और हाल ही में राज्य सभा के सदस्य के रूप में नामांकित होने वाले सीए एन डी गुप्ता को भी सम्मानित किया।
कार्यक्रम का उद्घाटन करते हुए, केन्द्रीय वाणिज्य और उद्योग मंत्री श्री सुरेश प्रभु ने कहा, “मैं आईसीएआई को बधाई देता हूं, क्योंकि सीए ने समय के साथ राष्ट्र निर्माण के लिए बेहद योगदान दिया है। सरकार अकाउंटेंसी पेशेवरों को पूरे विश्व में एक स्तर के हालात प्रदान करने के लिए, अपने सभी प्रयास कर रही है, इसलिए मैं आप सभी से वैश्विक भूमिका के लिए तैयार होने के लिए आग्रह करता हूँ । ”
सभा को संबोधित करते हुए माननीय केंद्रीय रेल और कोयला मंत्री श्री पीयूष गोयल ने कहा की, “स्वच्छ अर्थव्यवस्था देश की सीए समुदाय की एक बड़ी जिम्मेदारी है और हम सभी को एक सुव्यवस्थित अर्थव्यवस्था और व्यवसाय व्यवस्था के लिए अपना सर्वश्रेष्ठ देना चाहिए। उन्होंने कहा की देश और समाज के सभी वर्गों के लोगों के भविष्य को बदलना ही, आईसीएआई और इसके सदस्यों का असली योगदान होगा। ”
इस अवसर पर विधि और न्याय एंव कॉर्पोरेट मामलों के राज्य मंत्री श्री पी.पी. चौधरी ने कहा की, “जीएसटी के बाद आज हमारी अर्थव्यवस्था में अकाउंटेंसी पेशेवरों की भारी मांग है। उन्होंने आईसीएआई से जीएसटी तंत्र को आगे बढ़ाने के लिए और रास्ते तलाशेंने का आग्रह किया । उन्होंने आगे कहा ” मैं यह भी आश्वस्त करना चाहता हूँ , कि एनएफआरए के बारे में चिंता करने की कोई बात नहीं है। सरकार ऑडिटिंग तंत्र में सुधार के लिए कुछ कदम उठा सकती है, लेकिन ऐसा आईसीएआई के साथ चर्चा करने के बाद ही होगा। उन्होंने कहा की अगर मौजूदा तंत्र पूरी तरह से कार्य करता है तो नई प्रणाली की कोई आवश्यकता नहीं होगी। ”
इस अवसर पर, आईसीएआई के अध्यक्ष सीए निलेश शिवजी विकमसे ने कहा की, “आईसीएआई में हम सिस्टम को अधिक मजबूत और कुशल बनाने के लिए प्रौद्योगिकी में निवेश कर रहे हैं। मुझे यकीन है कि यदि हम अपने प्रयासों को अच्छी तरह से प्रदर्शित करते हैं तो भारतीय अकाउंटेंसी समुदाय जल्द ही वैश्विक रूप में पहचाना जाएगा। ” धन्यवाद प्रस्ताव देते हुए आईसीएआई के उपाध्यक्ष सीए नवीन एन डी गुप्ता ने कहा, ” पिछले छह दशकों से आईसीएआई ने विश्व स्तर के लेखा और ऑडिटिंग मानकों को बनाए रखने में सराहनीय प्रगति की है। आईसीएआई ने हमेशा सरकार की पहल का समर्थन किया है और देश में आर्थिक और वित्तीय व्यवस्था के स्वस्थ विकास को सुनिश्चित करने की जिम्मेदारी उठाई है। संस्थान ‘नये भारत’ की आर्थिक योजना और वित्तीय विकास में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाने के लिए प्रतिबद्ध है।”

 

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