भारत करो या मरो मुकाबले के लिये तैयार

रणवीर सिंह

नई दिल्ली। लगातार सात श्रृंखलाएं जीतने वाले भारत का यह क्रम भले ही टूट गया है लेकिन विराट कोहली की अगुवाई में टीम आस्ट्रेलिया के खिलाफ रविवार को सिडनी में होने वाले तीसरे और अंतिम टी20 अंतरराष्ट्रीय मैच में अपने गेंदबाजों से एक और जानदार प्रदर्शन की उम्मीद करके तीन मैचों की श्रृंखला बराबर करने की कोशिश करेगी।

भारत के पास शुक्रवार को मेलबर्न में श्रृंखला बराबर करने का शानदार मौका था लेकिन बारिश ने उसकी उम्मीदों पर पानी फेर दिया। बारिश के कारण जब खेल रोका गया तब आस्ट्रेलिया ने 19 ओवर में सात विकेट पर 132 रन बनाये थे। अब एससीजी में जीत से भारतीय टीम श्रृंखला बराबर करने ही उतर सकती है लेकिन महत्वपूर्ण यह है कि इससे उसे छह दिसंबर से एडिलेड में शुरू होने वाली टेस्ट श्रृंखला की असली परीक्षा से पहले सकारात्मक बने रहने में मदद मिलेगी।

भारत का टी20 में शानदार अभियान जुलाई 2017 के बाद से चला आ रहा है। इसके बाद से उसने जो 27 टी20 अंतरराष्ट्रीय मैच खेले उनमें से 20 में उसे जीत मिली। यही नहीं अगस्त 2017 से भारत लगातार नौ टी20 श्रृंखलाओं में अजेय रहा है। इनमें आस्ट्रेलिया के खिलाफ अक्टूबर 2017 में दो मैचों की ड्रा श्रृंखला भी शामिल है। इसके बाद भारत ने लगातार सात श्रृंखलाएं जीती है। इनमें श्रीलंका में त्रिकोणीय श्रृंखला (तीसरी टीम बांग्लादेश) और इंग्लैंड के खिलाफ उसकी सरजमीं पर 2-1 से जीत प्रमुख हैं।

भारत ने पिछली बार 2016 में आस्ट्रेलिया में तीन मैचों की टी20 श्रृंखला में 3-0 से क्लीन स्वीप किया था लेकिन बारिश ने यहां लगातार दूसरी बार टी20 श्रृंखला जीतने की उसकी उम्मीदों पर पानी फेर दिया। अब वह रविवार को जीत दर्ज करके इस प्रारूप में अपना अजेय अभियान बरकरार रखने की कोशिश करेगा। इसके लिये भारत को मेलबर्न वाली फार्म बरकरार रखनी होगी। भारतीय गेंदबाज ब्रिस्बेन में पहले मैच में प्रभाव नहीं छोड़ पाये थे लेकिन इसमें बदलाव नहीं किया गया और इन गेंदबाजों ने मेलबर्न में बेहतर खेल दिखाया। तेज गेंदबाज और स्पिनर दोनों ही आस्ट्रेलियाई बल्लेबाजों पर दबाव बनाने में सफल रहे।

मेलबर्न से पहले चर्चा थी कि टीम प्रबंधन युजवेंद्र चहल को अंतिम एकादश में शामिल कर सकता है, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। ऐसी संभावना अब भी लेकिन गेंदबाजों के अच्छे प्रदर्शन को देखते हुए निर्णायक मैच में भी इसी टीम के साथ उतरा जा सकता है। कोहली ने क्रुणाल पंड्या की आलराउंड क्षमता पर पूरा भरोसा दिखाया है। पिछले मैच में पंड्या ने चार ओवर में 26 रन देकर ग्लेन मैक्सवेल को आउट किया था। सिडनी का विकेट भी धीमा रहता है और ऐसे में पंड्या को बाहर रखने की संभावना कम है। अगर परिस्थितियां स्पिनरों के अनुकूल रहती है भारत चहल को अंतिम एकादश में रखने पर विचार कर सकता है। इसके लिये खलील अहमद को बाहर बैठना होगा जो अभी तक महंगे साबित हुए है।

अहमद को बाहर करना भी आसान नहीं होगा क्योंकि कोहली भी कार्यवाहक कप्तान रोहित शर्मा की रणनीति पर चल रहे हैं। अहमद को भुवनेश्वर कुमार के साथ नयी गेंद सौंपना और जसप्रीत बुमराह को पहले बदलाव के रूप में लाना। अगर अहमद नहीं खेलते हैं तो भुवी और बुमराह को नयी गेंद संभालनी होगी। मेलबर्न में भले ही बारिश थमने का नहीं ले रही थी लेकिन जब सलामी बल्लेबाज शिखर धवन और रोहित शर्मा बल्लेबाजी के लिये तैयार थे तब कोहली भी पैड पहने हुए थे। इससे संकेत मिलते हैं कि केएल राहुल की लगातार असफलता को देखते हुए कोहली तीसरे नंबर पर बल्लेबाजी के लिये उतर सकते हैं।

आस्ट्रेलियाई टीम की भी अपनी चिंता है। उसका शीर्ष क्रम नहीं चल रहा है और तेज गेंदबाज बिली स्टेनलेक के चोटिल होने से उसकी समस्या बढ़ गयी थी। आस्ट्रेलिया ने उनकी जगह मिशेल स्टार्क को टीम में लिया है जिन्होंने अपना आखिरी टी20 अंतरराष्ट्रीय मैच 2016 में खेला था। दूसरे मैच में नाथन कूल्टर नाइल उनकी जगह खेले थे। रविवार को मौसम अच्छा रहने की संभावना है और अगर परिस्थितियां बहुत शुष्क नहीं रही तो आरोन फिंच अपनी अंतिम एकादश में शायद बदलाव नहीं करेंगे। उनकी टीम अब भारत के खिलाफ श्रृंखला जीतने की स्थिति में है और इसके लिये वह किसी तरह की कसर नहीं छोड़ेंगे।

टीमें इस प्रकार हैं :

भारत: विराट कोहली (कप्तान), शिखर धवन, रोहित शर्मा, केएल राहुल, मनीष पांडे, श्रेयस अय्यर, दिनेश कार्तिक, ऋषभ पंत, क्रुणाल पंड्या, यजुवेंद्र चहल, कुलदीप यादव, जसप्रीत बुमराह, भुवनेश्वर कुमार, उमेश यादव, खलील अहमद, वाशिंगटन सुंदर में से।

आस्ट्रेलिया: आरोन फिंच (कप्तान), एश्टन एगर, जेसन बेहरेनडोर्फ, एलेक्स केरी, नाथन कूल्टर-नाइल, क्रिस लिन, बेन मैकडर्मॉट, ग्लेन मैक्सवेल, डी आर्सी शॉर्ट, बिली स्टेनलेक, मार्कस स्टोयनिस, एंड्रयू टाई, एडम ज़म्पा।

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