स्‍वतंत्रता दिवस से पहले ही भारत के एमएसएमई ने कारोबारी मोर्चे पर दर्ज करायी वापसी

नई दिल्ली। डिजिटल इंडिया नई छलांग लगा रहा है और स्‍थानीय भारतीय एमएसएमई लगातार ई-कॉमर्स तथा डिजिटाइज़ेशन की संभावनाओं का बेहतर इस्‍तेमाल करते हुए आगे बढ़ रहे हैं। त्‍योहारी सीज़न की शुरुआत करते हुए, फ्लिपकार्ट मार्केटप्‍लेस प्‍लेटफार्म ने कंपनी की ओर से हाल में 6 से 10 अगस्‍त के दौरान आयोजित पांच दिवसीय इंडिपेंडेंस डे सेल के दौरान बेहरीन कारोबारी बढ़त दर्ज करायी है। इस अवधि में, फ्लिपकार्ट मार्केटप्‍लेस प्‍लेटफार्म ने पिछले साल की तुलना में, इस बार कारोबार करने वाले विक्रेताओं की संख्‍या में 54 फीसदी बढ़त दर्ज की। इंडिपेंडेंस डे सेल में, मुख्‍यत: टियर 2 शहरों समेत अन्‍य शहरों से विक्रेताओं की अच्‍छी भागीदारी रही। ये शहर अब स्‍थानीय कारोबार के लिहाज से मजबूत उपस्थिति दर्ज करा रहे हैं।

देशभर के कारोबार कोविड-19 महामारी के मद्देनज़र, अपनी व्‍यावसायिक रणनीतियों को लेकर पुनर्विचार कर रहे हैं, ऐसे में ई-कॉमर्स देशभर में ग्राहकों से जुड़ने के लिहाज से पसंदीदा चैनल के तौर पर उभर रहा है। अपनी देशव्‍यापी मार्केट एक्‍सेस और उत्‍पादों एवं सेवाओं के लिहाज से विस्‍तृत विकल्‍पों के बलबूते, ई-कॉमर्स विक्रेताओं को अपने सीमित संसाधनों के साथ भी कारोबार के अवसर दकर उन्‍हें वित्‍तीय मोर्चे पर मजबूत बढ़त दर्ज कराने में मदद पहुंचा रहा है। कोविड-19 के परिणामस्‍वरूप देशभर में लागू लॉकडाउन के बाद से ही, फ्लिपकार्ट के प्‍लेटफार्म से जुड़ने के लिए बहुत से विक्रेताओं ने रुचि दिखायी है। कंपनी के ऑनलाइन मार्केटप्‍लेस से अब तक करीब 8,000 विक्रेता जुड़ चुके हैं, इनमें 70 प्रतिशत से अधिक देश के छोटे शहरों से हैं। फ्लिपकार्ट अपने नए विक्रेताओं को पहले 60 दिनों तक फ्री बिज़नेस इंक्‍यूबेशन सपोर्ट का लाभ देते हुए उन्‍हें सहयोग प्रदान कर रहा है। इसके चलते, विक्रेताओं को प्रोडक्‍ट सपोर्ट, एडवर्टाइजि़ंग और स्‍पीड सपोर्ट के मामलों में बेहतर जानकारी दी जाती है।

इंडिपेंडेंस डे सेल इन नए जुड़ने वाले विक्रेताओं के लिए पहला बड़ा आयोजन था। इससे सबसे ज्‍यादा दिल्‍ली के विक्रेता जुड़े और इसके बाद सूरत, जयपुर, मुंबई, बेंगलुरू, कोलकाता, गाजियाबाद, हैदराबाद, अहमदाबाद तथा आगरा के कारोबारियों की भागीदारी दर्ज की गई। इस तरह, धारूहेड़ा, दतिया, हरपनहल्‍ली, कछार, मोतिहारी, पूर्णिया, तेजपुर, शिबसागर, धौलपुर और इटावा जैसे नए शहरों से सबसे अधिक संख्‍या में कारोबारियों ने हिस्‍सा लिया।

जिन विक्रेताओं ने बेहतर प्रदर्शन किया वे ग्रूमिंग, घरेलू सामान, किताबों और मीडिया के अलावा फूड तथा न्‍यूट्रिशन, खिलौनों, मेकअप और इत्र, महिलाओं के पारंपरिक वस्‍त्रों, पर्सनल हैल्‍थकेयर, होम फर्निशिंग तथा मोबाइल प्रोटेक्‍शन जैसी प्रमुख उपभोक्‍ता श्रेणियों से जुड़े थे।

इंडिपेंडेंस डे सेल में हिस्‍सा लेने वाले पानीपत के एक कारोबारी भूपेंद्र पटेल अपने ऑनलाइन कारोबार होम सिज़लर्स को मिल रही बढ़त से बेहद खुश हैं। होम सिज़लर्स परदों और चादरों की बिक्री से जुड़ा है और इस सीज़न में इसने अपनी बिक्री लगभग दोगुनी करने में सफलता हासिल की है। उन्‍होंने बताया, मई के अंत तक, प्‍लेटफार्म पर अपने परिचालन को नए सिरे से स्‍थापित करने के बाद, हर महीने उन्‍होंने 10-15% बढ़त दर्ज की है। इसके चलते, वह न सिर्फ अपना काम जारी रख पाए बल्कि इस पूरी अवधि में उन्‍होंने अपने कर्मचारियों को भी सहारा दिया। साथ ही, वे उनकी घरेलू जरूरतों को पूरा करने के लिए उन्‍हें अतिरिक्‍त वित्‍तीय मदद करने में भी सफल रहे। जहां तक उनके ऑनलाइन कारोबार पर ग्राहकों की सक्रियता का सवाल है, तो उन्‍हें पूर्वी तथा दक्षिणी भारत से काफी अच्‍छी प्रतिक्रियाएं मिली हैं। ये दोनों ऐसे क्षेत्र हैं जहां अक्‍सर मांग कम रहती है। होम सिज़लर्स ने टियर 1 और 2 शहरों से मांग में करीब 20-30% की बढ़ोतरी दर्ज की। भूपेन्‍द्र इसका श्रेय ई-कॉमर्स को देते हैं और अब वे अपने कर्मचारियों की मदद से आगामी त्‍योहारी सीज़न को लेकर उत्‍साहित हैं।

इसी तरह, तिरुपुर के मधुसूदनन ने भी हाल में संपन्‍न सेल अवधि में अपने कारोबार TRIPR के प्रदर्शन को लेकर रोमांचित हैं। उनका मानना है कि इस तरह के अवसर न सिर्फ उन्‍हें अपना कारोबार आगे बढ़ाने में मदद करते हैं बल्कि उन्‍हें अपनी रणनीति पर नए सिरे से विचार करने की प्रेरणा भी देते हैं। पुरुषों और बच्‍चों के वस्‍त्रों से जुड़े उनके कारोबार ने संख्‍या के लिहाज़ से करीब ढाई गुना बढ़त हासिल की है। फ्लिपकार्ट में अपनी एकाउंट मैनेजमेंट टीम से मिली जानकारी के आधार पर, मधुसूदनन ने अपने पोर्टफोलियो में कैजुअल और इनरवियर की पेशकश को बढ़ाया। उनका कारोबार काफी हद तक प्रवासी श्रमिकों पर निर्भर है, खासतौर पर टैक्‍सटाइल तथा फैब्रिक मैन्‍यूफैक्‍चरिंग से जुड़े कर्मियों पर उनकी निर्भरता ज्‍यादा है। ऑनलाइन कारोबार चालू करने का अवसर मिलते ही उन्‍होंने अपने गृहनगरों को लौट चुके कर्मचारियों को वापस काम पर लौटने तथा अपनी आजीविका चलाने का अवसर दिया।

 

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