नई दिल्ली। बजट की ख़ास बात यह रही कि यह बजट हिंदी और अंग्रेजी दोनों भाषाओं में दिया गया है। किसानों और आम जनता से जुड़े सीधे मसलों पर वित्त मंत्री अरुण जेटली ने हिंदी में भाषण दिया वहीं उद्योग धंधों और इंफ्रास्ट्रक्चर सुधारने जैसे मसलों पर अंग्रेजी में भाषण दिया। कुल मिलाकर यह बजट हिंदी और अंग्रेजी दोनों भाषाओं में दिया गया, और इस बजट के बाद अरुण जेटली देश के ऐसे पहले वित्त मंत्री बन गए हैं जिन्होंने हिंगलिश में भाषण दिया है। वित्त मंत्री अरुण जेटली ने जैसे ही हिंदी में बजट भाषण पढ़ना शुरू किया, यह कयास लगने लगा कि यह बजट आम जनता की बोली जाने वाली भाषा में होने वाला है। यानी किसानों और गांव-देहात में रहने वाले लोगों के लिए लाभदायक होने वाला है। पिछले कई सालों से यह देखा गया है कि देश का आम बजट भाषण अंग्रेजी में ही होता है। आजाद हिंदुस्तान में हिंदी और अंग्रेजी दोनों भाषाओं में एक साथ बजट पहले कभी नहीं पढ़ा गया।