लालू से मिलना है, तो पुलिस की इजाजत जरूरी

नई दिल्ली। दिल्ली स्थित अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) में पिछले तीन दिनों से भर्ती राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद की दवा शुरू कर दी गयी है. उनके जानकारों के मुताबिक टेस्ट रिपोर्ट आने के बाद डॉक्टरों ने दवा देना शुरू कर दिया गया है. कुछ दवा उन्हें एम्स की ओर से दी गयी है, जबकि कुछ दवा उन्हें बाहर से खरीदना पड़ रहा है. बताया जा रहा है कि लालू प्रसाद का स्वास्थ्य स्थिर है. कुछ रिपोर्ट 72 घंटे के बाद आने है, उसके बाद डॉक्टर आगे क्या करना है, उस पर विचार करेंगे. लालू को दिल की बीमारी के अलावा किडनी की भी समस्या है. जब उन्हें भर्ती किया गया था तो क्रिटनीन की मात्रा बढ़ी हुई थी और शुगर लेवर भी उंचा था.
बीमारी का पता लगाने के लिए जांच के लिए कई तरह के नमूने लिये गये. जिसकी जांच रिपोर्ट आने के बाद शनिवार से डॉक्टरों ने उन्हें दवा देना शुरू कर दिया है. शुगर का लेवल स्थिर होने के बाद किडनी में हुए इंफेक्शन के असर को खत्म करने के बाद पथरी को निकाला जायेगा. कार्डियो, एंड्रोकाइनोलॉजी, यूरोलॉजी और सर्जरी विभाग के वरिष्ठ डॉक्टर लालू प्रसाद को नियमित देख रहे हैं.
शनिवार को मीसा भारती और शैलेश कुमार लालू से मिलने एम्स पहुंचे. उनके वार्ड के बाहर बिहार से आये कई राजद नेता सुरक्षाकर्मियों से मिलने की गुहार लगाते रहे है, लेकिन किसी को मिलने की इजाजत नहीं दी गयी. सुरक्षा में तैनात दिल्ली पुलिस के स्पेशल ब्रांच के जवानों ने कहा कि परिवार के सदस्य के अलावा किसी को उनसे मिलने की इजाजत नहीं है. लालू के करीबियों के गुजारिश करने के बाद भी राजद नेताओं को अंदर जाने की इजाजत नहीं दी गयी. डॉक्टरों ने भी लालू को कम लोगों से मिलने को कहा है, क्योंकि लोगों से मिलने पर इंफेक्शन का खतरा है. पुलिस को लालू प्रसाद की सुरक्षा का विशेष ध्यान रखने का निर्देश मिला है. यही कारण है कि झारखंड पुलिस की कस्टडी में होने के बाद भी झारखंड पुलिस से ज्यादा दिल्ली पुलिस के जवान तैनात है, तथा बैरिकेडिंग से लेकर आने-जाने वालों पर नजर तथा पूरी रजिस्टर को मेंटेन करना दिल्ली पुलिस और स्पेशल ब्रांच के जिम्मे ही है.

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