नई दिल्ली। भाजपा किसान मोर्चा के राष्ट्ीय मीडिया समन्वयक अनंत अमित ने गोवा के मुख्यमंत्री मनोहर पार्रिकर के निधन पर संवेदना प्रकट किया है। उन्होंने कहा कि वे बेहद मिलनसार और दूरदृष्टि वाले नेता थे। गोवा में उनकी जैसी लोकप्रियता है, वह विरले नेताओं के नसीब में होता है। उनकी सादगी का हर कोई कायल रहता था। बतौर मुख्यमंत्री वो बिना किसी की फिक्र किए स्कूटर से भी ऑफिस पहुंच जाते थे। लोग उन्हें स्कूटर वाला मुख्यमंत्री भी कहते थे। परिकर आधी बांह की शर्ट पहनना पसंद करते थे। उन्हें वीआईपी कल्चर पसंद नहीं था, यही वजह थी कि वो रेस्तरां की बजाय फुटपाथ पर चाय-नाश्ता किया करते थे। यहीं से मोहल्लों की खबर जुटा लिया करते थे।
साल 2007 के विधानसभा चुनाव का जिक्र करते हुए अनंत अमित ने बताया कि उस समय भाजपा नेता राजीव प्रताप रूडी गोवा के प्रभारी थे। गोवा विधानसभा चुनाव में रूडी जी के साथ कई दिनों तक गोवा प्रवास पर था। उस दौरान रोज मनोहर पार्रिकर से मिलना होता रहा। चुनाव के दौरान भी वे हरेक बारीक से बारीक चीजों को ध्यान में रखते थे। हर आगंतुक से कुशलक्षेम पूछते और उसकी समस्याओं का समाधान करते। न तो कभी उन्हें अपनी कुर्सी का गुमान रहा और न ही नेता होने का। एक आम इंसान की तरह वे लोगों के बीच रहे। काम करने का जज्बा उनकी रगों में समाया हुआ था। यह बात पूरे देश ने उनके रक्षा मंत्री के कार्यकाल के दौरान भी देखा। बीमार रहते हुए भी जब वे गोवा के मुख्यमंत्री बने, तो अंतिम दिन भी सदन में हाउज द जोश से सबको चैंका दिया।
भाजपा किसान मोर्चा के राष्ट्ीय मीडिया समन्वयक अनंत अमित ने बताया कि वह कहते थे, “चाय स्टॉल पर सभी नेताओं को चाय पीनी चाहिए, राज्य की सारी जानकारी यहां मिल जाती हैं।” वह पंक्ति में लगकर खाना खाते थे, अपना काम भी लाइन में लगकर ही करवाते थे। उनकी सादगी का अंदाजा इससे लगाइए कि उन्हें हूटर लगी गाड़ियां पसंद नहीं थीं। बात, 2013 की है। गोवा में भाजपा अधिवेशन शुरू हुआ। पूरे देश में बहस छिड़ी हुई थी कि मोदी पीएम पद के उम्मीदवार होंगे या नहीं। पर भाजपा की ओर से मोदी का नाम कोई खुलकर आगे बढ़ाने को तैयार नहीं था। इसी अधिवेशन के मंच से पहली बार परिकर ने मोदी के नाम को पीएम पद के उम्मीदवार के लिए प्रस्तावित किया।