आयूष मंत्रालय और एमडीएनआईवाय ने डाॅ जयदेव योगेन्द्र के योग जीवन को दी श्रृद्धांजलि

नई दिल्ली। डाॅ जयदेव योगेन्द्र की योग यात्रा को श्रृद्धांजली देने के लिए नई दिल्ली के अन्तर्राष्ट्रीय योग महोत्सव में भारत सरकार के आयूष मंत्रालय और एमडीएनआईवाय (मोरारजी देसाई राष्ट्रीय योग संस्थान) द्वारा एक विशेष सेमिनार का आयोजन किया गया। डाॅ जयदेव योगेन्द्र (1929-2018) के जीवन और योग में उनके योगदान पर रोशनी डालने के लिए आयोजित इस कार्यक्रम का उद्घाटन श्री प्रमोद कुमार पाठक, संयुक्त सचिव, आयूष मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता डाॅ. एच. आर. नागेन्द्र, चांसलर, स्वस्य युनिवर्सिटी आॅफ बैंगलुरू द्वारा की गई।
सेमिनार के मुख्य प्रवक्ताओं में शामिल थे डाॅ हंस जयदेव, डायरेक्टर, द योगा इन्सटीट्यूट सेंटाक्रूज़ ईस्ट, मुंबई; डाॅ डेविड फ्राॅले, डायरेक्टर, अमेरिकन इन्सटीट्यूट आॅफ वैदिक स्टडीज़, न्यू मैक्सिको; श्री रज़ा मुराद, जाने-माने बाॅलीवुड अभिनेता, मुंबई; डाॅ. आई.वी. बसवारेड्डी, डायरेक्टर, एमडीएनआईवाय, नई दिल्ली। प्रदर्शनी का आयेाजन योग जगत के दिग्गज डाॅ जयदेव योगेन्द्र के सम्मान में किया गया जिसमें इस महान योगी के जीवन के दृष्टिकोण, मिशन, उपलब्धियों और उनके द्वारा हासिल किए गए सम्मानों पर रोशनाी डाली गई।
श्रीमती हमसा जयदेव (पत्नी), डायरेक्टर, द योगा इन्सटीट्यूट, सेंटाक्रूज़ ने उन्हें याद करते हुए कहा कि डाॅ साहेब बेहद सादा जीवन जीते थे। वे 90 साल जीए लेकिन जीवन में योग के अलावा उनकी कोई आकांक्षा नहीं थी। वे सही मायनों में सादगी की सच्ची अभिव्यक्ति थे।
श्री रज़ा मुराद ने कहा, ‘‘मैं पिछले 50 सालों से योगा इन्सटीट्यूट का विद्यार्थी हूँ और योग ने मुझे शंाति दी है। हर व्यक्ति को अपने जीवन में पूरे समर्पण के साथ योग को अपनाना चाहिए। उन्होंने कहा कि योग समर्पण और धैर्य से आता है और डाॅ जयदेव योगेन्द्र से बेहतर इस समर्पण का कोई उदाहरण नहीं हो सकता।’’
डाॅ. ईश्वर बसवारेड्डी, डायरेक्टर, एमडीएनआईवाय ने डाॅ. साहेब को श्रृद्धांजली देते हुए कहा, ‘‘वे लाखों लोगों के लिए प्रेरणस्रोत हैं। वे मेरे दिल के बेहद करीब थे और सच्चे योगी थे। उन्होंने अपने जीवन की हर सांस को योग के लिए समर्पित कर दिया था।’’ डाॅ डेविड फ्राॅले ने कहा, ‘‘वे सच्चे योगी थे, जो सादगी में भरोसा रखते थे। वे हमेशा, हर स्थिति में शांत दिखाई देते थे। डाॅ. साहेब उगते सूरज की तरह थे, जिन्होंने योग के प्रति समर्पण के साथ भारत को समृद्ध बनाने में अपना योगदान दिया।’’
डाॅ साहेब के हज़ारों साधकों और अनुयायियों ने कार्यक्रम में हिस्सा लिया तथा सेमिनार को पूरा सम्मान दिया। योग जगत के दिग्गजों ने महान योगी डाॅ जयदेव को तहेदिल से श्रृद्धांजली अर्पित की। तालकटोरा स्टेडियम में मौजूद कुछ अनुभवी योग दिग्गजों में शामिल थे गुरप्रीत कौर मुल्तानी, हेमा छाबरिया, रिया असरानी रहेजा। इस मौके पर विभिन्न आयुवर्गों के लिए रोचक खेलों, सत्रों और पहेलियों के माध्यम से सचित्र प्रदर्शनी और योग शिक्षा सत्र का आयोजन भी किया गया।

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