नई दिल्ली। आज से शारदीय Navratri प्रारंभ हो रहे हैं. ज्योतिषाचार्य पं. नरेन्द्र कृष्ण शास्त्री ने बताया कि प्रतिपदा से लेकर पूरे नौ दिनों तक मां दुर्गा जी के अलग-अलग नौ शक्ति स्वरूपों की पूजा की जायेगी। दर असल वर्ष में चार बार माघ, चैत्र, आषाढ और अश्विन माह में नवरात्र आते हैं। चैत्र और आश्विन में आने वाले नवरात्र प्रमुख होते हैं, जबकि अन्य दो महीने माघ और आषाढ़ में आने वाले नवरात्र गुप्त नवरात्र के रूप में मनाये जाते हैं।
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देवी मां के निमित्त घट स्थापना या कलश स्थापना
आश्विन माह से शरद ऋतु की शुरुआत होने लगती है, इसलिए आश्विन माह के इन नवरात्र को शारदीय नवरात्र के नाम से जाना जाता है। पं. नरेन्द्र जी ने बताया कि नौ दिवसीय शारदीय नवरात्र 17 से शुरू होकर 25 अक्टूबर तक चलेंगे। नवरात्र के पहले दिन देवी मां के निमित्त घट स्थापना या कलश स्थापना की जाती है।
आज से शारदीय Navratri प्रारंभ, कलश स्थापना का शुभ मुहूर्त
घट स्थापना का शुभ मुहूर्त प्रात:काल 6 बजकर 27 मिनट से 10 बजकर 13 मिनट तक
अभिजीत मुहूर्त- मध्यान्ह 11 बजकर 36 मिनट से 12 बजकर 24 मिनट तक
स्थिर लग्न कुम्भ- दोपहर 2 बजकर 30 मिनट से 3 बजकर 55 मिनट तक।
दूसरा स्थिर लग्न- वृष रात में 7 बजकर 6 मिनट से 9 बजकर 2 मिनट तक होगा।
सर्वार्थसिद्धि योग- सुबह 11 बजकर 52 मिनट से 18 अक्टूबर को सूर्योदय तक रहेगा।
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Inputs – आचार्य, पं. नरेन्द्र कृष्ण शास्त्री