नई दिल्ली। ओला ने आज अपनी सामाजिक कल्याण शाखा ओला फाउंडेशन के माध्यम से 5,00,000 महिलाओं के लिए स्थायी आजीविका को सक्षम करने के लिए अपनी मुहिम शुरू की। फाउंडेशन रोजगार से जुड़े कौशल प्रशिक्षण, वित्तीय साक्षरता और जीवन-कौशल शिक्षा के माध्यम से सामाजिक सशक्तिकरण के जरिये महिलाओं के लिए आर्थिक सशक्तिकरण को सक्षम करने पर ध्यान केंद्रित करेगी।
दिसंबर 2016 में स्थापित एक धर्मार्थ ट्रस्ट ओला फाउंडेशन पिछले 2 वर्षों से भी ज्यादा समय से महिला सशक्तिकरण से संबंधित परियोजनाओं में सक्रिय रूप से शामिल रही है। अवलोकनों, अनुसंधान और बेंगलुरू में ओला के ड्राइवर-पार्टनर्स की पत्नियों सहित अनेक महिलाओं के साथ बातचीत में यह देखा गया है कि कार्यबल में महिलाओं द्वारा सक्रिय भागीदारी से पूरे परिवार के लिए जीवन स्तर में काफी सुधार हो सकता है। फाउंडेशन के प्रशिक्षण कार्यक्रमों में अब तक वस्त्र उत्पादन और प्रिंटिंग, वित्तीय और डिजिटल साक्षरता कार्यक्रम, स्वास्थ्य जागरूकता और व्यावसायिक कौशल का प्रशिक्षण शामिल है।
लॉन्च के बारे में बात करते हुए ओला फाउंडेशन और ग्रुप सीएचआरओ, ओला के मेंटर श्रीनिवास चुंदुरू ने कहा, “महिलाएं समाज में परिवर्तनकारी भूमिका निभा सकती हैं। ओला फाउंडेशन का उद्देश्य उन्हें संसाधनों और उनके जीवन, उनके परिवारों और बदले में बड़े पैमाने पर समुदाय में सतत परिवर्तन लाने और निर्मित करने के अवसरों तक पहुंच प्रदान करना है। हमारे पायलट कार्यक्रमों ने प्रदर्शित किया है कि महिलाओं के लिए वित्तीय और सामाजिक स्वतंत्रता उनके परिवारों की बेहतरी के संदर्भ में एक महत्वपूर्ण सुधार ला सकती है। हम 2025 तक 5,00,000 महिलाओं के लिए स्थायी आजीविका निर्मित करने के लिए अपने मिशन के प्रति विभिन्न भागीदारों और संरक्षकों के साथ काम करने को लेकर बेहद उत्साहित हैं।”
ओला फाउंडेशन ने महिलाओं के आर्थिक और सामाजिक सशक्तिकरण पर ध्यान केंद्रित करने वाले कार्यक्रमों को अमली जामा पहनाने के लिए विभिन्न संगठनों के साथ भागीदारी की है। राष्ट्रीय कौशल विकास निगम (NSDC) द्वारा प्रमाणित व्यावसायिक प्रशिक्षण साझेदार 2कॉम्स के साथ साझेदारी में फाउंडेशन महिलाओं को ऐसे कौशल में प्रशिक्षित करेगी, जो उन्हें रोजगार के योग्य बनाएगा, जिससे उन्हें आर्थिक रूप से स्वतंत्र बनने में मदद मिलेगी। इसके अतिरिक्त बज इंडिया के साथ साझेदारी में फाउंडेशन महिलाओं को बचत बढ़ाने और ऋण पर निर्भरता कम करने में मदद करने के लिए वित्तीय साक्षरता के मूल सिद्धांतों को भी बताएगी। क्लिंटन ग्लोबल इनिशिएटिव की एक रिपोर्ट के अनुसार जिन परिवारों में महिलाएं प्रमुख कमाऊ सदस्य थीं और ऐसी महिला की आय का 90% हिस्सा बच्चों और परिवार पर खर्च किया जाता था, उन्हीं परिवारों में बच्चों की शिक्षा को वरीयता दी गई थी।
ओला फाउंडेशन ने 60 घंटे के संवादात्मक कार्यक्रम के साथ सामाजिक सशक्तिकरण और जीवन कौशल प्रशिक्षण के लिए ग्राम तरंग के साथ भी भागीदारी की है। यह कार्यक्रम संवाद, समस्या को सुलझाने, निर्णय लेने, स्वास्थ्य, स्वच्छता और सफाई व्यवस्था जैसी विशिष्ट क्षमताओं को बढ़ाता है।