नई दिल्ली । प्रधानमंत्री द्वारा 20 लाख करोड़ रुपये के विशेष आर्थिक पैकेज की घोषणा निश्चित रूप से सही दिशा में एक स्वागतयोग्य कदम है और इसकी उम्मीद पिछले कुछ समय से की जा रही थी।
बाजार ने भी बेंचमार्क सूचकांकों में 2.5% से अधिक की बढ़ोतरी के साथ इस घोषणा को सकारात्मक रूप से लिया और उसका स्वागत किया और सभी जानते हैं कि कोविड-19 के बाद अर्थव्यवस्था पूरी तरह से अस्त-व्यस्त हो गई है और इसके साथ कारोबारियों और आम लोगों का आत्मविश्वास बढ़ाने के लिए बड़े और साहसिक कदम निश्चित रूप से आवश्यक थे।
सरकार के लिए ये हैं चुनौतियाँ
एंजिल ब्रोकिंग लिमिटेड के हेड एडवायजरी अमर देव सिंह का कहना है कि प्रधानमंत्री के घोषणा से उद्योग जगत को काफी राहत मिली है, हालांकि सरकार के लिए बड़ी चुनौती यह है कि राजस्व के साथ व्यय को कैसे संतुलित किया जाए, अन्यथा हमारा राजकोषीय घाटा नियंत्रण से बाहर जा सकता है, जिसके कारण हमारी सोवरिन रेटिंग नीचे आ सकती है। कई उद्योगों को बचाने के लिए सकारात्मक उपायों की आवश्यकता है, जो जमीन पर धराशायी हो गए हैं, जैसे विमानन, आतिथ्य, यात्रा और पर्यटन और कई अन्य।
वित्तमंत्री से विस्तृत घोषणाओं के बाद ही पता चलेगा पैकेज में विभिन्न क्षेत्रों के लिए क्या है। फिर भी, यह सरकार द्वारा स्वागतयोग्य कदम है और भारत को आत्मनिर्भरता के मार्ग पर आगे बढ़ने में मदद करेगा।