नई दिल्ली। इंदिरा गांधी राष्ट्रीय कला केंद्र में वि यात गांधीवादी विचारक रविन्द्र शर्मा ‘गुरुजी’ के स्मृति में कार्यक्रम ‘गांधी प्रवाह’ का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में इंदिरा गांधी राष्ट्रीय कला केंद्र के अध्यक्ष रामबहादुर राय, सचिव सच्चिदानंद जोशी, वरिष्ठ सामाजिक चिंतक गोविंदाचार्य, बनवारी, पत्रकार राहुल देव आदि गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे। इस अवसर पर रविन्द्र शर्मा ‘गुरुजी’ के विचारों और जीवन पर लिखी पुस्तक ‘भारतीय संस्कृति, स यता, कला चिंतन परंपरा और वर्तमान संदर्भ’ और डीवीडी का लोकार्पण किया गया।
कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे रामबहादुर राय ने गुरूजी के विषय में कहा कि ‘हमने महात्मा गांधी को तो नहीं देखा पर रविन्द्र शर्मा और धर्मपाल जी जैसे विचारकों को देखकर हम समझ सकते हैं कि गांधीजी कैसे रहे होंगे।’
राय ने कहा कि गुरुजी का मार्ग भारतीय संस्कृति में रचा-बसा था7 इसीलिए शाश्वत और अमर था।
आईजीएनसीए के सदस्य सचिव सच्चिदानंद जोशी ने कहा कि गुरुजी ने एक सहज और व्यावहारिक जीवनशैली हम सबको सिखाई। आज यद्यपि वे हमारे बीच नहीं हैं पर एकलव्य की भांति उनके अनेक शिष्य उनके कार्य को आगे बढ़ाएंगे। कार्यक्रम में उपस्थित व्यक्तियों ने गुरुजी के विषय में अपने व्यक्तिगत अनुभव साझा करते हुए उनके आड बर-मुक्त जीवन, ज्ञान की, और वर्तमान समय में उसकी प्रासंगिकता की चर्चा की। इस अवसर पर ‘गुरुजी’ के जीवन और दर्शन पर आधारित एक चलचित्र का प्रदर्शन किया गया जिसमे वे भारतीय संस्कृति,लोक जीवन, ग्रामीण समाज आदि के कई अनछुए पहलुओं पर प्रकाश डाल रहे थे। भारतीय चिंतन और संस्कृति के कई दार्शनिक और व्यवहारिक पक्षों पर गुरु जी के मौलिक विचार चलचित्र द्वारा जन-सामान्य तक पहुंचाने के लिए चलचित्र का लोकार्पण किया गया। कार्यक्रम में बड़ी सं या में गुरुजी से जुड़े लोगों की उपस्थित रही। कार्यक्रम का संचालन सुधीर लाल द्वारा किया गया।