डिस्एबिलिटी के कौशल विकास पर राउंड-टेबल


नई दिल्ली। कॉर्पोरेट सेक्टर और कौशल विकास एजेंसियों से 50 से अधिक प्रतिनिधियों ने अमेरिकन इंडिया फाउंडेशन (एआईएफ) और नेशनल सेंटर फॉर प्रमोशन ऑफ एम्प्लॉयमेंट फॉर डिस्एबल्ड पीपुल (एनसीपीईडीपी) द्वारा आयोजित राउंड-टेबल वार्ता में हिस्सा लिया। ‘‘फ्यूचर फोकस्ड स्किल डेवलपमेंट फॉर पीपुल विथ डिस्एबिलिटी’’ नामक वार्ता का आयोजन ऐसे परिदृश्य में हुआ है, जब तकनीकी प्रगति रोजगार का निर्माण कर रही है और नौकरियों के नए अवसर उत्पन्न कर रही है। नए युग की टेक्नोलॉजी जैसे एआई (आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस), ऑग्मेंटेड/वच्र्युअल रियल्टी, मशीन लर्निंग एवं एनालिटिक्स में विकलांगों को कौशल प्रदान करने के अवसरों का लाभ उठाने में आने वाली समस्याओं को समझने के लिए प्रतिभागियों ने विचार-विमर्श भी किया।
तर्सादिया फाउंडेशन-यूएसए के सहयोग से एआईएफ भारत में समावेशी वृद्धि का समर्थन करता है, जिसके लिए यह कार्यबल में विकलांगों के समावेशन एवं समाज में विकलांगों को जगह दिलाने का प्रयास करता है। राउंड टेबल के दौरान मौजूद प्रतिष्ठित मेहमानों में रीति दुबे, आरबीएस, अंकित जिंदल, डेल ईएमसी और अरमान अली, एनसीपीईडीपी शामिल हैं। ईवेंट के दौरान ‘एक्सेस फॉर ऑल’ नामक हैंडबुक जारी की गई। इस हैंडबुक में उपलब्धता के विविध तत्वों पर प्रकाश डाला गया, जो ऐसा वातावरण बनाए रखने के लिए आवश्यक हैं, जिसमें समानता, सम्मान, सर्वाधिक स्वतंत्रता मिले और जो विकलांगों के लिए रोजगार बढ़ाने के लिए सुरक्षित व किफायती हो। इस अवसर पर मैथ्यू जोसेफ, कंट्री डायरेक्टर, एआईएफ ने कहा, ‘‘आने वाले दशक में सफल होने के लिए, लोगों को कार्य के तेजी से बदलते वातावरण में भविष्य के कौशल की जरूरतों के अनुरूप खुद को ढालना होगा। यह हमारी साझा जिम्मेदारी है कि कोई भी विकलांग पीछे न रह जाए। बिज़नेस संस्थानों और एचआर प्रोफेशनल्स का दायित्व है कि वो अपने कार्यबल की योजना को अनुकूलित करें। अमेरिकन इंडिया फाउंडेशन का उद्देश्य है कि वह इस अंतर को एबल प्रोग्राम द्वारा खत्म करे, जो विकलांगों को कौशल प्रदान करता है तथा भारत में समावेशी वृद्धि को बढ़ाते हुए समर्थन द्वारा नौकरियों के बाजार में उनका प्रवेश सुनिश्चित करता है।’’

 

एआईएफ का एबिलिटी बेस्ड लाइवलिहुड एम्पॉवरमेंट (एबल) सतत आजीविका के लिए कौशल विकास का प्रशिक्षण देकर एवं रोजगार के अवसर निर्मित करके विकलांगों के साथ काम करता है। अपनी शुरुआत से एबल ने 14,000 से अधिक विकलांगों को प्रशिक्षित कर दिया है। दृष्टिबाधितों, बधिरों एवं ऑर्थोपीडिक समस्याओं वाले विकलांगों के लिए विशेषज्ञ करिकुलम का विकास करके एबल कॅरियर काउंसलिंग के साथ असिस्टिव टेक्नोलॉजी एवं कार्यस्थल के समाधानों का उपयोग करता है। एबल विकलांगों के लिए एक समान अवसर सुनिश्चित करने के लिए भारत में एनजीओ की क्षमता का निर्माण करता है।

 

Leave a Reply

Your email address will not be published.