नई दिल्ली। आर्थिक तंगी और चल रही तालाबंदी के दौरान, स्माइल फ़ाउंडेशन समाज के वंचित वर्ग को राशन मुफ्त में वितरित कर रहा है, और टेली-परामर्श और टेली-काउंसलिंग भी प्रदान कर रहा है। इन सत्रों के माध्यम से, स्माइल इस बारे में बात करेगा कि सामाजिक दूरी बना कर, तथा स्वयं और परिवेश की स्वच्छता बनाए रख करके COVID-19 को कैसे रोका जा सकता है।
दिल्ली, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र, गुजरात, कर्नाटक, तेलंगाना, तमिलनाडु, पश्चिम बंगाल और पंजाब जैसे 10 सबसे ज्यादा प्रभावित राज्यों में लगभग 40,000 परिवार (2 लाख से अधिक लोग) पहले चरण के राशन और आवश्यक सेवाओं के वितरण से लाभान्वित होंगे।
नेशनल सैंपल सर्वे ऑर्गेनाइजेशन (NSSO), 2011 का कहना है कि भारत में करीब 3 करोड़ श्रमिक लगातार चल रहे हैं और इसमें हर दिन अधिक श्रमिक जुड़ रहे हैं। तालाबंदी होने से पिछले कुछ हफ्तों में दैनिक मजदूरी अनिश्चित हो गई है और यह मंदी की स्थिति में है। बहुत सारे प्रवासी श्रमिक शहरों को छोड़ना चाह रहे हैं क्योंकि उन्हें आमदनी या भोजन की कोई उम्मीद नहीं है। जबकि देश भर की सरकारें भोजन और आश्रय प्रदान करना चाह रही हैं, इस स्तर पर सभी को सहायता पहुँचाना आवश्यक है, और इसे गैर-सरकारी संगठनों, कॉरपोरेट और नागरिक समाज सहित सभी हितधारकों के साथ मिल कर किए जाने की आवश्यकता है।
“पिछले 15 वर्षों के दौरान हमने अवश्य ही 12 से अधिक आपदाओं के दौरान काम किया है और हर बार हमने जरूरतमंद लोगों तक सहायता पहुँचाई है। यह अतीत में हुई किसी भी चीज से बहुत बड़ा है, और हमारी ताकत जो सामुदायिक सहायता पहुँचाना है, इस परिदृश्य में हमारी कमजोरी बन गई है क्योंकि घटनास्थल पर शारीरिक रूप से मौजूद होना चुनौतीपूर्ण है। टेली-काउंसलिंग के माध्यम से अल्पसेवित समुदाय की प्राथमिक स्वास्थ्य आवश्यकताएँ पूरा करने के लिए हम अपनी स्वास्थ्य टीमों का मार्गदर्शन लगातार कर रहे हैं और उन्हें प्रशिक्षण दे रहे हैं। सभी के लिए सुरक्षा हमारी प्राथमिकता है।” स्माइल फाउंडेशन के सह-संस्थापक और कार्यकारी ट्रस्टी, श्री संतनु मिश्रा ने कहा।
इस संकट के असर को कम करने के लिए स्माइल फाउंडेशन ने दो तरफा रणनीति विकसित किया है और सूखा राशन प्रदान करके ऐसे 1,50,000 परिवारों तक कई चरणों में मदद पहुँचाने का लक्ष्य रखा है, जो उन्हें वायरस के संभावित प्रकोप के दौरान सामान की कमी नहीं होने देगा और COVID-19 से उत्पन्न वर्तमान संकट के समय में यह बुनियादी राहत किट एक महीने के लिए तत्काल राहत का हिस्सा है। किट में चावल, दाल, नमक, तेल, चीनी, मास्क, सैनिटरी पैड, साबुन और कुछ अन्य आवश्यक चीजें शामिल है।
देश के प्रभावित क्षेत्रों में स्माइल फाउंडेशन ने अब ऑनलाइन चिकित्सा सहायता और टेली-परामर्श प्रदान करना शुरु कर दिया है, जिससे स्वास्थ्य सेवाएँ डिजिटल तरीके से घर पर उपलब्ध कराई जा रही हैं और सामाजिक दूरी बनाएँ रखने और स्वच्छता के प्रति जागरूकता बढ़ाई जा रही है। तालाबंदी से पहले हर दिन स्माइल की मोबाइल यूनिट “स्माइल ऑन व्हील्स” के माध्यम से 19 राज्यों में फैले हुए 1000 समुदायों में रहने वाले सबसे ज्यादा खतरे वाले जनसंख्या में # COVID-19 से सुरक्षा के बारे में जागरूकता फैलाने के लिए 180 से अधिक स्वास्थ्य देखभाल पेशेवर (डॉक्टर सहित पैरामेडिकल स्टाफ और सामुदायिक स्वास्थ्य कार्यकर्ता) कार्यरत थे।