धूम्रपान करने में महाराष्ट्र अव्वल, दिल्ली दूसरे स्थान पर

 

नई दिल्ली। प्रीवेंटिव हेल्थाकेयर कंपनी इंडस हेल्थ प्लेस ने घर में सिगरेट पीने वालों के व्यलवहार को समझने के लिये एक सप्ताह तक एक सर्वेक्षण किया। घर एक ऐसा स्थान है, जिसे शांत और आरामदायक माना जाता है। सिगरेट पीने वाले अधिकतर लोगों इस गलतफहमी के शिकार हैं कि सिगरेट से तनाव दूर होता है। सर्वेक्षण का संचालन घरों में और परिवार के करीबी सदस्योंस के बीच सिगरेट पीने के पैटर्न का पता लगाने के लिये किया गया था। सर्वेक्षण में कुछ दिलचस्पि नतीजे सामने आये है। सर्वे में कहा गया कि 58% महिलायें सेक्सज करने के बाद सिगरेट पीना पसंद करती हैं, वहीं 70% पुरूषों को खाना खाने के बाद सिगरेट की तलब लगती है। खाना खाने के बाद सिगरेट की तलब सबसे ज्यादा होती है, जिसके बाद सुबह के शौच का स्थान आता है। सिगरेट छिपाने की सबसे अच्छीद और पसंदीदा जगह आॅफिस/लैपटॉप बैग है, क्योंएकि कोई भी उसे बिना इजाजत नहीं छूता है।
सर्वेक्षण के अनुसार लगभग 81% स्मोाकर्स (सिगरेट पीने वाले) घर में धूम्रपान करते हैं, जबकि 19% लोग परिवार की मौजूदगी की वजह से घर पर सिगरेट नहीं पीते हैं। इतना ही नहीं, 94% महिला स्मोककर्स और 74% पुरूष स्मोनकर्स घर पर सिगरेट पीते हैं। बालकनी, गार्डेन, बेडरूम और रेस्टोरूम आराम करने की जगह होने के कारण धूम्रपान के सबसे पसंदीदा जगह होते हैं। इनमें बालकनी सबसे अधिक पसंदीदा स्थाटन है। इसके साथ ही जब सिगरेट्स के लिये मासिक बजट बनाने की बात आती है, तो पुरूषों की तुलना में 33% महिलायें अपने स्मो क्सी के लिये बजट बनाती हैं। सिर्फ 24% उत्तरदाताओं ने कहा कि वह बच्चेस की योजना बनाने के लिये सिगरेट पीना छोड़ देंगे। यह दशार्ता है कि अधिकतर लोग इस बात से अंजान है कि सिगरेट पीने से महिलायें और पुरूष दोनों में बांझपन होता है। 51% लोगों के घर में उनके अलावा कोई और स्मो कर नहीं है। यह इस बात का प्रमाण है कि अपने परिवार के दूसरे लोगों को देखकर सिगरेट पीने के लिये प्रेरित नहीं हुये हैं।
इस सर्वे के संदर्भ में बात करते हुए ज्वाइंट मैनेजिंग डायरेक्टर, इंडस हेल्थ प्लस अमोल नायकवाड़ी ने कहा कि किसी भी रूप में तम्बाअकू का सेवन एक सामाजिक और सार्वजनिक स्वालस्थय ही की समस्यो है। लोगों को सेहत पर तम्बाअकू के दुष्पेरिणामों के बारे में संवेदनशील बनाये जाने की जरूरत है। इसके साथ ही एक चर्चा मंच तैयार करना भी जरूरी है, ताकि यह पता लगाया जा सके कि किस वजह से लोग इस तरह की जीवनशैली का चुनाव करते हैं और उन्हें उससे कैसे बचाया जा सकता है। हमारा दृढ़ विश्वाीस है कि जन जागरूकता अभियान से लोग अपनी सेहत को लेकर जागरूक बनेंगे और उनके तम्बाकू का त्याग करने में मदद मिलेगी। उन्होंने कहा कि सिगरेट पीने से हृदय रोग होते हैं, श्वससन संबंधित समस्यागयें होती हैं और कैंसर भी हो सकता है। एक अध्य यन के अनुसार, एक सिगरेट आपकी जिंदगी को 11 मिनट तक कम कर सकती है। इंडस इस तथ्यय को प्रसारित करने के लिये अभियान चला रही है और लोगों को सिगरेट छोड़कर 11 मिनट की खुशियां पाने की सलाह दे रही है। सर्वेक्षण में एक उल्लेरखनीय तथ्यह का पता चला है कि 71.6% लोग धूम्रपान नहीं करते हैं। इससे पता चलता है कि लोग अपने और अपने परिवार की सेहत एवं तंदुरुस्ती बेहतर बनाना चाहते हैं।

 

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