ICCI का वेबिनार में छात्रों ने बढ़चढ़कर हिस्सा लिया

नई दिल्ली। इंटीग्रेटेड चैबर्स ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री ने वेबिनार का आयोजित किया जिसका विषय था नेशनल एजुकेशन पॉलिसी। इस खास वेबिनार में आईसीसीआई के डीजी कमलेंदु बाली ने वेलकम स्पीच देते हुए कहा कि आज देश में नई शिक्षा नीति की जरूरत थी जिसकी पूर्ति सरकार ने की। उन्होंने कहा कि इस एनईपी में कई ऐसे प्रावधान हैं जिससे देश के युवाओँ को फायदा होगा और देश की संस्कृति को बल मिलेगा। इस मौके पर हिमगिरी जी यूनिवर्सिटी के वीसी डॉ राकेश रंजन ने कहा कि नई शिक्षा नीति से कई आमूल चूल परिवर्तन होंगे और उच्च शिक्षा में कई बेहतर अवसर भी हाथ आएंगें। उन्होंने कहा कि आज ऐसी शिक्षा नीति की जरूरत थी जो स्वरोजगार को बढ़ावा दें जिसकी पूर्ति यह शिक्षा नीति कर रही है। इस मौके पर डॉ राकेश रंजन ने पीपीटी पर नई शिक्षा नीति के प्रावधान को समझाया।

नेशनल एजुकेशन पॉलिसी के वेबिनार का संबोधित करते हुए प्रताप यूनिवर्सिटी के वीसी डॉ अभय कुमार ने कहा कि सरकार की नई शिक्षा नीति नीति कौशल और ज्ञान के मिश्रण से स्वस्थ्य माहौल सृजित करेगी। उन्होंने कहा कि नीति में कुछ ऐसे सुधार हैं जिनकी लम्बे समय से प्रतीक्षा की जा रही थी। यह विभिन्न संकाय और विषयों के संयोग का मार्ग प्रशस्त करेगी और इससे पठन-पाठन एवं विचारों तथा वास्तविक दुनिया में इनके उपयोग को बढ़ावा मिलेगा।

इस मौके पर हिमालयन गढ़वाल यूनिवर्सिटी के वीसी डॉ एनके सिंह ने कहा कि नई शिक्षा नीति में पांचवी कक्षा तक मातृभाषा या क्षेत्रीय भाषा में पढ़ाई, बोर्ड परीक्षा के भार को कम करने, विदेशी विश्वविद्यालयों को भारत में परिसर खोलने की अनुमति देने, विधि और मेडिकल को छोड़कर उच्च शिक्षा के लिये एकल नियामक बनाने, विश्वविद्यालयों के लिये साझा प्रवेश परीक्षा आयोजित करने सहित स्कूली शिक्षा से लेकर उच्च शिक्षा तक अनेक सुधारों की बात कही गई है जो सराहनीय है। इस मौके पर रिसर्चर और छात्रों ने अपने उत्सुकता से भरे प्रश्न भी पूछे जिसका जवाब पेनेलिस्टों ने दिया।

 

Leave a Reply

Your email address will not be published.