रवि वेंकटेश बने यूनिसेफ के स्पेशल रेप्रेजेंटेटिव फार यंग पीपल

नई दिल्ली। संयुक्त राष्ट्र बाल कोष (यूनिसेफ) ने रवि वेंकटेशन को युवा लोगों के विशेष प्रतिनिधि (स्पेशल रेप्रेजेंटेटिव फार यंग पीपल) के तौर पर नियुक्त किया। रवि इस भूमिका में विश्व स्तर पर उच्च स्तरीय पहल, साझेदारी और नवाचारों के साथ यूनिसेफ को रणनीतिक मार्गदर्शन और सहयोग प्रदान करेंगे। वह जेनरेशन अनलिमिटेड को लेकर समग्र रणनीति तथा दृष्टिकोण तय करने तथा इसके लिए निजी क्षेत्र को यूनिसेफ के साथ जोड़ने तथा क्षेत्रीय चैंपियनों की पहचान करने में यूनिसेफ की मदद करेंगे।

रवि नवाचार एजेंडें पर यूनिसेफ को सलाह देने के अलावा वैश्विक निगमों के साथ साझा मूल्य साझेदारी के निर्माण में यूनिसेफ की सहायता करेंगे। रवि 2015 से 2018 तक भारत के दूसरे सबसे बड़े पब्लिक सेक्टर बैंक बैंक आफ बड़ौदा के पूर्व चेयरमैन रह हैं। उनकी देखरेख में बैंक ने कुछ क्रांतिकारी बदलाव देखे। इससे पहले, माइक्रोसाफ्ट इंडिया के चेयरमैन रहे थे। अपनी देखरेख में रवि ने भारत को माइक्रोसाफ्ट के लिए विश्व का दूसरा सबसे बड़ा बाजार बना दिया था। वह कुमिंस इंडिया के चेयरमैन और इंफोसिस लिमिटेड के सह-चेयरमैन के तौर पर भी काम कर चुके हैं।

रवि ग्लोबल एलायंस फार मास इंटरप्रेनॊरशिप (गेम) के संस्थापक रहे हैं और 2030 तक भारत तथा अफ्रीका में 1 करोड़ स्थानीय नए उद्यमी तैयार करने का लक्ष्य लेकर चल रहे हैं। इसके अलावा रवि ने सोशल वेंचर पार्टनर्स इंडिया की भी स्थापना की। यह परोपकारियों का पैन इंडिया नेटवर्क है। रवि यूनिटस वेंचर्स में इम्पैक्ट इनवेस्टर भी हैं।

इसके अलावा वह रॊकेफेलर फाउंडेशन के ट्रस्टी तथा कंकरिंग द क्यास-विन इन इंडिया, विन एवरीवेयर के लेखक भी हैं। रवि ने हावर्ड बिजनेस स्कूल से एमबीए किया है। थिंकर्स50 ने उन्हें भारत के श्रेष्ठ मैनेजमेंट थिंकर्स में शुमार किया है। साथ ही वह लिंकेडिन ग्लोबल इनफ्लूएंसर्स सूची में भी शामिल हैं। तीन महाद्वीपों में निजी तथा सरकारी क्षेत्रों में काम करने के कारण रवि के पास नेतृत्व के अपार अनुभव के साथ-साथ वैश्विकरण, नवाचार और सामाजिक परिवर्तन का व्यापक ज्ञान है।

 

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