खुद को संभालने की जरूरत है सूर्यग्रहण के दौरान

नई दिल्ली। शनिवार को साल का आखिरी सूर्यग्रहण लगने जा रहा है। यह दोपहर 1 बजकर 32 मिनट पर शुरू होगा और कुल 3 घंटे 30 मिनट तक रहेगा। ग्रहण का सूतक काल 10 अगस्त की रात को 12 बजे के बाद 1 बजकर 32 मिनट से शुरू हो जाएगा। पिछले सूर्यग्रहण की तरह यह इस बार भी ग्रहण आंशिक होगा। आखिरी सूर्यग्रहण भारत में नहीं दिखेगा, पर पड़ोसी देश चीन के अलावा यह नॉर्थ अमेरिका, नॉर्थ पश्चिमी एशिया, साउथ कोरिया और मॉस्को में भी देखा जा सकेगा। इस साल की भांति अगले साल भी 3 सूर्यग्रहण लगेगा। पहला 6 जनवरी, दूसरा 2 जुलाई और तीसरा 26 अगस्‍त को होगा।
ग्रहण जिस नक्षत्र में पड़ता है, वहां जब किसी पाप ग्रह जैसे शनि, मंगल, राहु या केतु का उनके अंशों पर गोचर हो तब भी उसका प्रभाव दिखाई देता हैl पिछले महीने 27 /28 जुलाई की मध्य-रात्रि को पड़े सदी के सबसे बड़े चंद्र -ग्रहण के बाद भारत के कई राज्यों में भारी वर्षा से बाढ़ की स्थिति उत्पन्न हुई तो वही दूसरी और यूरोप में रिकॉर्डतोड़ गर्मी देखी गई l जलीय राशि कर्क में सूर्य-चंद्रमा के साथ केतु और वक्री बुध असामान्य वर्षा और बाढ़ की स्थिति दिखा रहे हैं l कर्क राशि से प्रभावित पूर्वोत्तर भारत और चीन में 11 अगस्त के सूर्यग्रहण के आसपास भारी वर्षा से बाढ़ आने के योग भी बन रहे हैं l मकर राशि में गोचर कर रहे वक्री मंगल की दृष्टि ग्रहण की राशि कर्क पर होने से 15 दिनों के भीतर चीन में बड़ा भूकंप भी आ सकता है l
यह तीन राशियों के लिए अशुभी और बाकी सभी के लिए शुभ। सूर्यग्रहण कर्क राशि में होने जा रहा है जो 4 राशियों मेष, मकर, तुला और कुंभ राशि के लिए शुभ फलदायी रहने वाला है। कर्क राशि में ग्रहण होने से कर्क के अलावा, मिथुन और सिंह राशि के जातकों के लिए ग्रहण शुभ नहीं है, इन्हें कष्ट हो सकता है। इन राशियों के जातकों सेहत का ध्यान रखना चाहिए और धन खर्च को लेकर विशेष ध्यान देना चाहिए। ग्रहण के साथ-साथ 11 अगस्त को शनिवार के दिन अमावस्या होने से यह शनिश्चरी अमावस्या पड़ रही है। इस दिन सूर्य ग्रहण भी लगने जा रहा है। ऐसे में शनि और पितृ दोषों से मुक्ति के लिए यह अच्छा समय है। शनिश्चरी अमावस्या के दिन शास्त्रों में बताए गए उपायों को करने से शनि की साढ़ेसाती आदि के प्रभाव कम होते हैं। ऐसी मान्यता है कि इस दिन शनि के बीज मंत्र ‘ॐ प्रां प्रीं प्रौं स: शनैश्चराय नम:’ या सामान्य मंत्र ‘ॐ शं शनैश्चराय नम:’ का जप करने से शनि और पितृ दोषों से मुक्ति मिलती है।
भारत में स्टॉक एक्सचेंज कुछ चुनिंदा बड़ी कंपनियों के शेयरों में वृद्धि के कारण अभी तेजी पर चल रहा है l किंतु ग्रहण के समय कर्क राशि में वक्री बुध अब आनेवाले दिनों में बड़ी कंपनियों के इन शेयरों में गिरावट के कारण स्टॉक मार्किट में बिकवाली के जोर की ओर ज्योतिषीय संकेत दे रहा हैंl सूर्य के मंगल द्वारा पीड़ित होने से अनाजों और सब्जियों की कीमतों में वृद्धि से आम जनता में असंतोष बढ़ेगाl चीन के लग्न मकर से सप्तम भाव में पड़ रहा यह ग्रहण चीन की अर्थव्यस्था में बड़ी गिरावट ला सकता हैl चीन और अमेरिका में चल रहा व्यापर युद्ध आने वाले इस सूर्यग्रहण के बाद विश्व के शेयर बाजारों में गिरावट ला सकता है, जिसका असर भारत पर भी पड़ेगा l कर्क राशि में पड़ रहा सूर्य ग्रहण भारत और चीन में बड़े नेताओं के स्वास्थ पर भी प्रतिकूल असर दिखाएगा l

(राष्ट्रीय ज्योतिष परिषद के अध्यक्ष आचार्य डॉ चंद्रशेखर शास्त्री से बातचीत पर आधारित)

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