ट्रांसजेंडर समुदाय के लिए विशेष हेल्थ अभियान का शुभारंभ


मिस ट्रांसक्विन इंडिया 2017 नताशा बिस्वास को कर्तव्य परियोजना का सद्भावना राजदूत घोषित किया गया। कर्तव्य परियोजना अपने तरह की पहली ऐसी बहुआयामी स्वास्थ्य सामुदायिक परियोजना है, जिसका लक्ष्य भारतीय समाज के सर्वाधिक बंचित तबकों को स्वास्थ्य सेवाएं सुलभ कराना है।

नई दिल्ली। जब भी सार्वजनिक स्वास्थ्य सेवा की बात होती है, तो अक्सर उसमें ट्रांसजेंडर समुदाय के लोग छूट जाते हैं। तो ऐसे में भला समाज के सभी वर्गों को स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराना कैसे मुमकिन हो जाएगा। लेकिन, अब चिंता की कोई बात नहीं है, क्योंकि कर्तव्य के माध्यम से दिल्ली के दो डेंटल स्पेशलिस्ट डाॅ अंकुर अग्रवाल और डाॅ वैभव कुमार ने इस कार्य का बीडा उठाया है। उनका कहना है कि ओरल हेल्थ समग्र सार्वजनिक स्वास्थ्य का अभिन्न हिस्सा है। लेकिन हमारे देश में अक्सर इस नेक इरादे की अनदेखी होती है और समाज के कुछ समुदाय स्वास्थ्य सेवाओं के दायरे से बाहर रह जाते हैं। यह परियोजना मुंबई के डाॅ. वैभव कुमार (एमडीएस – सार्वजनिक स्वास्थ्य दंत चिकित्सक एवं परियोजना निदेशक, कर्तव्य) द्वारा शुरू की जा रही है।
डाॅ. वैभव कुमार ने कहा कि इस परियोजना का उद्देश्य पहुंच, सार्मथ्यता और जागरूकता की कई बाधाओं को पार करते हुए इस समुदाय को हेल्थकेयर उपलब्ध कराना है ताकि इसके परिणामस्वरूप स्वास्थ्य देखभाल के प्रति साकारात्मक दृष्टिकोण विकसित हो सके। बता दें कि अंतर्राष्ट्रीय प्रतिस्पर्धा – मिस इंटरनेशनल क्वीन, 2018 में भारत का प्रतिनिधित्व करने जा रही मिस ट्रांसक्विन इंडिया 2017 -सुश्री नताशा बिस्वास कर्तव्य परियोजना की सदभावना राजदूत हैं। मिस नताशा ने कहा कि हम एचआईवी/ एड्स आदि जैसे स्वास्थ्य क्षेत्र के विभिन्न विशेषताओं पर काम करने की कोशिश कर रहे हैं। हमारे पास कामों की एक लंबी सूची है जो कभी खत्म नहीं होगी। मैं कर्तव्य परियोजना का हिस्सा बनी क्योंकि मैंने पाया कि ओरल हेल्थकेयर के उद्देश्य और मेरे सौंदर्य के प्रति सम्मान एक दूसरे के प्रतिपूरक हैं। रोजमर्रे के जीवन की व्यस्तताओं के कारण ओरल हेल्थ की अनदेखी हो जाती है। मैं केवल यह नहीं चाहती कि भविष्य में बेहतर जीवन के लिए मेरे समुदाय के लोग ओरल हेल्थकेयर से संबंधित मुद्दों के बारे में जागरूक हों बल्कि मैं भारत में हर जगह पर तथा मिस इंटरनेशनल क्विन, 2017 तक मेरी यात्रा के जरिए पूरी दुनिया में कर्तव्य की बेहतरीन भावना को फैलाना चाहती हूं।
डाॅ अंकुर अग्रवाल ने बताया कि कर्तव्य का लक्ष्य न केवल बुनियादी ओरल हेल्थकेयर उपलब्ध कराना है (जो सभी के लिए एक मौलिक संवैधानिक अधिकार है) बल्कि ओरल स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराने वालों तथा ट्रांसजेंडर समुदाय के बीच की सभी बाधाओं को तोड़ना है, जो कहीं अधिक महत्वपूर्ण है। उन्होंने बताया कि दिल्ली – राश्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में कर्तव्य की प्रथम षाखा के षुभारंभ की सारी तैयारियां पूरी हो चुकी है। दिव्य ज्योति काॅलेज आॅफ डंेटल साइंसेस एंड रिसर्च के प्रिसिपल एवं डीन तथा दिल्ली-एनसीआर के लिए कार्यक्रम निदेशक डाॅ. रीमा आर. कुमार ने इस बारे में कहा कि डेंटल समानता इस व्यवस्था के प्राथमिक पहलु हैं। हम मानते हैं कि इस तरह की पहल ओरल स्वास्थ्य देखभाल के बुनियादी पहलुओं के एकीकरण के लिहाज से विशिष्ट हंै। सभी को ओरल हेल्थ की सुविधाएं उपलब्ध कराना वक्त का तकाजा है।

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