यूनियन बैंक ने किया सतर्कता जागरुकता सप्ताह का आयोजन

मुंबई। रामकृष्ण मिशन इंस्टीट्यूट ऑफ कल्चर के माननीय सचिव स्वामी सुपर्णानदजी ने कहा, “मौजूदा प्रतिस्पर्धी माहौल में देवत्व का विकास करना और ‘कर्म ही ईश्वर है’ इस सिद्धांत का ईमानदारी से पालन करना सबसे महत्वपूर्ण है।” उन्होंने यूनियन बैंक ऑफ इंडिया के कर्मचारियों को आज यानी 2 नवंबर, 2020 को “सतर्कता जागरुकता सप्ताह” (27 अक्टूबर से 2 नवंबर 2020 तक) के अवसर पर मानव व्यवहार की कमजोरी विषय पर संबोधित किया।

 

 

युनियन बैंक ने सतर्कता जागरुकता सप्ताह (27 अक्टूबर से 2 नवंबर 2020 तक) आयोजन किया। इस अवसर पर यूनियन बैंक ऑफ इंडिया के सीवीओ श्री उमेश कुमार सिंह ने कहा कि “आप जितना कम जमा करेंगे, उतना ही आपके लिए बेहतर होगा।” उन्होंने कर्मचारियों को “काम करने से पहले सोचने और काम करने से पहले रुककर निर्णय लेने को कहा” – जो सेल्फ कंट्रोल का शक्तिशाली साधन है।  श्री अमरेंद्र कुमार झा, फील्ड जनरल मैनेजर, कोलकाता ने आभार प्रकट किया।

 

कार्यक्रम का उद्घाटन करते हुए यूनियन बैंक के सीईओ श्री राजकिरण राय ने स्वामीजी का स्वागत किया।  उन्होंने कहा कि व्यावसायिक इकाई होने के नाते बैंकर को व्यवसाय के लिए आक्रामक होना पड़ता है और वर्तमान परिस्थितियों में लालच से दूर रखना समय की आवश्यकता है।

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