क्यों उद्धव ने अमित शाह को खाली हाथ लौटाया?
राजनीतिक बियाबान में भाजपा और शिवसेना की दोस्ती पुरानी है। करीब दो दशक से भी अधिक की। तेवर भले ही तल्ख होते रहे हों, लेकिन दोस्ती पर असर नहीं आर्इं। …
Harpal ki khabar
राजनीतिक बियाबान में भाजपा और शिवसेना की दोस्ती पुरानी है। करीब दो दशक से भी अधिक की। तेवर भले ही तल्ख होते रहे हों, लेकिन दोस्ती पर असर नहीं आर्इं। …