नई दिल्ली। हरियाणा में अगले वर्ष विधानसभा चुनाव आ रहे हैं और सभी राजनितिक दल तैयारियां शुरू कर चुके हैं । बल्कि जिस भी दल के नेता से पूछो कि क्या वे तैयार हैं चुनाव के लिये , तो जवाब आता है हम पूरी तरह तैयार हैं । चाहे लोकसभा के साथ ही विधानसभा चुनाव हो जायें ! इस तरह गर्मी में भी राजनीतिक सरगर्मियां तेज हो चुकी हैं । पहले भारत जोड़ो यात्रा की धूम रही , आजकल परिवर्तन यात्रा चल रही है । दूसरी तरफ मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर जनसंवाद के सहारे जनता में हैं । इधर उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला भी मैराथन प्रचार पर निकल पड़े हैं ! हर तरफ मारामारी है ।
इनेलो की ओर से पूर्व मुख्यमंत्री ओमप्रकाश चौटाला या इनके सुपुत्र अभय चौटाला दावेदार माने तो जा सकते है लेकिन इनेलो को बहुमत मिलेगा ? यह बहुत संदिग्ध है । इसे तो बाद में सहयोग देना होगा जिस पर अभी चौटाला कहते हैं कि जो हमारी चौखट पर आयेगा , उससे बात करेंगे ! लगता है कर्नाटक की तरह यह नौबत आयेगी नहीं और जेडीएस की तरह शांत ही रह जाना पड़े !
जहां तक कांग्रेस की बात है तो बेशक यह दल आमतौर पर पहले मुख्यमंत्री का चेहरा घोषित नहीं करता लेकिन यह भी बहुत स्पष्ट है कि अघोषित रूप से पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हूड्डा मुख्यमंत्री पद के प्रबल दावेदार हैं । उनकी सरगर्मियां न केवल कांग्रेस ब्लकि दूसरे दलों से भी काफी तेज हैं । इसके बावजूद सुश्री शैलजा , किरण चौधरी और रणदीप सुरजेवाला इनके विरोध में गतिविधियां चलाते रहते हैं और बयानबाजी करने में कोई संकोच नहीं करते । हाल ही में किरण चौधरी हिसार आईं और कांग्रेस भवन में मीडिया से बातचीत में कहा कि जो पद पर हैं , उन्हें एकजुटता के लिये कोशिश करनी चाहिए । इस तरह कांग्रेस में यह आम बात है और चलती रहती है ।
जजपा और भाजपा में गठबंधन की सरकार के बावजूद भिवानी की जजपा रेली में उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला को अगले मुख्यमंत्री के रूप मे प्रोजेक्ट किया गया और वे लगातार गांव गांव जाकर सम्पर्क अभियान चला रहे हैं । अब जजपा भाजपा का गठबंधन भी चर्चा में आ रहा है । कैप्टन अभिमन्यु और चौ बीरेन्द्र सिंह तो बार बार एकला चलो रे की बात कर रहे हैं और गठबंधन की जरूरत नहीं समझते ! अब इस पर भी नोंक झोंक चलती रहती है । क्या मनोहर लाल खट्टर को तीसरी बार मुख्यंत्री के लिये दावेदार माना जाये ? बीच बीच में तो हरियाणा के मुख्यमंत्री के चेहरे कई बदलने की अफवाहें भी चल निकलती हैं ! क्या सच है, क्या झूठ ? यह तो भाजपा ही जाने !
देखिये ! सन् 2024 क्या लाता है और किसे लाता है ! इंतजार कीजिये दिल थाम कर ! देखते हैं फटेगा पोस्टर तो कौन सा चेहरा निकलेगा ?
– कमलेश भारतीय