भोपाल/नई दिल्ली। खेल की दुनिया में अब टेक्नोलॉजी नया क्रांतिकारी बदलाव ला रही है। यूके की एआई और स्पोर्ट्स टेक कंपनी काबुनी (Kabuni) ने भारतीय खिलाड़ियों के लिए एक अनोखा एआई-संचालित स्पोर्ट टेक प्लेटफॉर्म लॉन्च किया है, जो हर खिलाड़ी को उसका पर्सनल डिजिटल कोच प्रदान करेगा।
यह प्लेटफॉर्म खिलाड़ियों की प्रैक्टिस को रिकॉर्ड कर उनके हर मूवमेंट का रियल-टाइम एनालिसिस करता है और मशीन लर्निंग व बायोमैकेनिक्स की मदद से तुरंत बताता है कि किस क्षेत्र में सुधार की जरूरत है—बिलकुल किसी असली कोच की तरह।
काबुनी का उद्देश्य है कि हर बच्चे और खिलाड़ी को प्रोफेशनल लेवल की कोचिंग तक पहुंच मिल सके, चाहे वह किसी अकादमी का हिस्सा हो या गली-मोहल्ले का खिलाड़ी।
कैसे काम करता है काबुनी प्लेटफॉर्म
यह एक एआई और भाषा आधारित मॉडल है, जो खेल से सीखता है। दशकों पुराने क्रिकेट डेटा, खिलाड़ियों के मूवमेंट और कोचिंग ज्ञान के आधार पर यह ऐप या डिवाइस हर यूज़र को पर्सनलाइज्ड डेटा-बेस्ड कोचिंग देता है। यह प्लेटफॉर्म हर मूवमेंट—जैसे कवर ड्राइव, बॉलिंग एक्शन या फील्डिंग पोजिशन—का बारीकी से विश्लेषण करता है और वीडियो, टेक्स्ट, इमेज या ऑडियो फीडबैक के जरिए सुधार बताता है।
सौरव गांगुली बने ग्लोबल ब्रांड एंबेसडर
भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान और काबुनी के ग्लोबल ब्रांड एंबेसडर सौरव गांगुली ने कहा, “क्वालिटी कोचिंग बच्चों को तेज़ी से सीखने और फिट रहने में मदद करती है। पहले इस स्तर की कोचिंग सिर्फ प्रोफेशनल खिलाड़ियों तक सीमित थी, लेकिन अब यह सबके लिए उपलब्ध होगी।”
काबुनी के को-फाउंडर और सीएफओ पैट्रिक बैडेनॉक ने कहा, “चाहे आप स्कूल के मैदान में हों या सड़क पर खेल रहे हों, काबुनी हर खिलाड़ी को अपनी परफॉर्मेंस रिकॉर्ड करने, पर्सनलाइज्ड फीडबैक पाने और अपनी प्रगति को ट्रैक करने की आज़ादी देता है।”
यह प्लेटफॉर्म कैम्ब्रिज डिज़ाइन पार्टनरशिप के सहयोग से तैयार किया गया है, जो ह्यूमन परफॉर्मेंस और स्पोर्ट्स इनोवेशन के क्षेत्र में वैश्विक लीडर है।
भारत में खेलों का नया डिजिटल युग
काबुनी की टेक्नोलॉजी यह सुनिश्चित करती है कि कोचिंग “ग्रासरूट से एलीट लेवल” तक हर खिलाड़ी के लिए सुलभ, सुरक्षित और सटीक हो। क्रिकेट से शुरुआत करते हुए काबुनी अब टेनिस, गोल्फ, बैडमिंटन, टेबल टेनिस और अन्य खेलों में भी विस्तार करेगा।
सौरव गांगुली का कहना है, “भारत में क्रिकेट सिर्फ खेल नहीं, बल्कि एक धर्म है। काबुनी दुनिया का पहला डिजिटल इकोसिस्टम है, जो खेल के जरिए खिलाड़ियों को अपने भीतर के एथलीट को पहचानने में मदद करेगा।”
भारत के खेल भविष्य के लिए नई दिशा
काबुनी के फाउंडर और सीईओ नीमेश पटेल ने कहा, “भारत का खेल भविष्य उज्ज्वल है। ‘फिट इंडिया मूवमेंट’, 2030 के कॉमनवेल्थ गेम्स और 2036 के ओलंपिक के लक्ष्य के साथ हम आने वाले 10 वर्षों में 100 करोड़ भारतीयों को ज्यादा एक्टिव, ज्यादा खेलने और ज्यादा स्वस्थ जीवन की ओर प्रेरित करेंगे।”
काबुनी ने घोषणा की है कि वह अपनी भारत में होने वाली कुल आमदनी का 1% हिस्सा देशभर के ग्रासरूट स्पोर्ट्स के विकास में लगाएगा।

