नई दिल्ली। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से संबद्ध छात्र संगठन अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) ने गुरूवार को दिल्ली विश्वविद्यालय छात्र संघ (डूसू) के चुनाव परिणाम में अध्यक्ष समेत तीन पदों पर कब्जा कर लिया। कांग्रेस की छात्र इकाई एनएसयूआई को केवल एक पद से संतोष करना पड़ा है। बता दें कि वोटों की मतगणना के बीच हंगामे के बाद मतों की गिनती को कुछ घंटों के लिए टाला भी गया था। यह हंगामा ईवीएम मशीनों में गड़बड़ी को लेकर शुरू हुआ था। कांग्रेस से जुड़े संगठन एनएसयूआई ने नए सिरे से चुनाव कराने की मांग की जबकि एबीवीपी ने मतगणना फिर से शुरू कराने को कहा। बाद में, सभी उम्मीदवारों ने मतगणना फिर से शुरू करने पर सहमति जताई। इससे पहले दोनों समूहों के समर्थकों ने दिल्ली विश्वविद्यालय प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की और मतगणना केन्द्र के अंदर हंगामा किया।
एबीवीपी की अंकिव बसोया ने 1744 मतों के अंतर से अध्यक्ष पद पर जीत हासिल की है। इसी संगठन के शक्ति सिंह को उपाध्यक्ष घोषित किया गया है। उन्होंने 7673 मतों के अंतर से जीत हासिल की है। एनएसयूआई के आकाश चौधरी सचिव पद पर जीतने में कामयाब रहे वहीं संयुक्त सचिव पद एबीवीपी की ज्योति को मिला है।
भारतीय जनता पार्टी अध्यक्ष अमित शाह ने दिल्ली विश्वविद्यालय छात्र संघ (डूसू) के चुनाव में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) को शानदार जीत की बधाई दी है। शाह ने कहा कि डूसू चुनाव में जीत के लिए एबीवीपी सभी कार्यकर्ताओं को हार्दिक बधाई। यह जीत न सिर्फ युवाओं में राष्ट्रवादी विचारधारा के प्रति आस्था की जीत है बल्कि यह विभाजनकारी और अवसरवादी राजनीति के विरुद्ध युवाओं का जनादेश भी है।
बता दें कि डूसू चुनाव में इस बार कांग्रेस की स्टूडेंट विंग NSUI ने सनी छिल्लर, लीना, आकाश चौधरी और सौरभ यादव को उतारा था। वहीं अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) ने अंकिव बैसोया, शक्ति सिंह, सुधीर डेढ़ा, ज्योति चौधरी को टिकट दिया था। वहीं, आम आदमी पार्टी (आप) की छात्र इकाई छात्र युवा संघर्ष समिति ने वामपंथी छात्र संगठन अखिल भारतीय छात्र संघ (आइसा) के साथ गठबंधन किया था। इन्होंने अभिज्ञाम, अनशिका, चंद्रमणि और सनी तंवर को उम्मीदवार बनाया था।