आंदोलन, लाठीचार्ज और यू टर्न 

नई दिल्ली। आज के समाचारपत्रों में दो आंदोलनों के समाचार ही मुख्य रूप से सामने हैं  । कुरूक्षेत्र और शाहाबाद में किसानों पर लाठीचार्ज और महिला पहलवानों के आंदोलन का बदलता स्वरूप ! सूरजमुखी की फसल  पर एमएसपी की मांग के जवाब में किसानों पर लाठीचार्ज का मामला गर्मा गया है और फिर से किसान आंदोलन पर उतर आते हैं । कहीं टोल फ्री करवाये जा रहे हैं तो कहीं हिसार जैसे शहर में सचिवालय के रास्ते रोके जा रहे हैं ट्रैक्टर अड़ा कर ! इस तरह माहौल गर्माता जा रहा है । किसान नेता राकेश टिकैत ने चेतावनी देते कहा है कि जहां पुलिस ने लाठियां बरसाई वहीं से एमएसपी कानून पर देशव्यापी आंदोलन होगा ! टिकैत के अनुसार यह आंदोलन लम्बा चलेगा । अब बारह जून को पिपली में किसान महापंचायत करने की घोषणा की गयी है । इस मुद्दे पर जजपा नेता व शूगरफैड के चेयरमैन रामकरण ने उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला के समक्ष इस्तीफा देने की पेशकश की है । रामकरण ने कहा कि पुलिस की लाठियां किसानों पर नहीं उनके सिर पर लगी हैं !
अपने हिसार के कल के दौरे के दौरान कांग्रेस के राज्यसभा सांसद दीपेन्द्र सिंह हुड्डा ने भी इन दोनों मामलों को एक साथ निशाने पर लिया और कहा कि हम किसानों पर हुए लाठीचार्ज और महिला पहलवानों के यौन उत्पीड़न पर खामोश नहीं रह सकते ! हम पर यह आरोप लगता है कि इनके पीछे कांग्रेस का हाथ है तो क्या हम किसानों पर हुए लाठीचार्ज और अपनी बेटियों का अपमान होते चुपचाप देखते रहें ? नहीं । हम इसका विरोध करेंगे और करते रहेंगे !
उधर महिला पहलवानों के मामले में लगातार यू टर्न हो रहे हैं ! पहले विनेश फौगाट , साक्षी मलिक और बजरंग पूनिया अपनी अपनी नौकरियों को ज्वाइन कर गये यानी काम पर लौटे और अब नाबालिग पहलवान के पिता ने बयान बदल लिये और कहा कि यौन शोषण नहीं हुआ था , हां सिलेक्शन में भेदभाव हुआ था । उसका विरोध कर रहे थे । यानी बृजभूषण पर लटक रही पाॅक्सो एक्ट की तलवार हटाने में यह बयान काफी महत्त्व रखता है । महिला पहलवानों की खेलमंत्री से वार्ता का दौर चला जिसमें सहमति बनी कि बृजभूषण के परिवार का कोई सदस्य 30 जून को होने वाले कुश्ती संघ के चुनाव में हिस्सा नहीं ले सकेगा ! कुश्ती संघ में आंतरिक शिकायत कमेटी बनाई जायेगी जिसकी अध्यक्ष महिला होगी । ये यू टर्न के बाद छोटी छोटी उपलब्धियां हैं महिला पहलवानों की !

इस तरह आज दो मामले लगातार सुर्खियों में हैं और कहीं न कहीं इनके तार एक दूसरे से हरियाणा में जुड़े भी हुए हैं !

एक चिंगारी कहीं से ढूंढ लाओ दोस्तो 
इस दीये में तेल से भीगी हुई बाती तो है ( दुष्यंत कुमार )
-कमलेश भारतीय 

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