रहना है स्वस्थ, तो चलना होगा पैदल

राजधानी के मौजूदा प्रदूषण के मद्देनजर 83 प्रतिशत डाॅक्टरों ने लोगों को स्वस्थ रहने के लिए पैदल चलने की सलाह दी। मैक्स बूपा सर्वे में हुआ खुलासा कि 90 प्रतिशत डाॅक्टर शरीर में विटामिन डी 3 का स्तर सही रखने के लिए धूप में चलने की सलाह देते हैं। 62 प्रतिशत डाॅक्टरों के अनुसार विटामिन बी, विटामिन सी और बीटाकैरोटीन युक्त चीज़ंे खाने से वायु प्रदूषण के नुकसान से बचना मुमकिन होगा। वहीं, 30 प्रतिशत डाॅक्टर घर के अंदर पैदल चलने को सबसे सही व्यायाम मानते हैं हालांकि अधिकांश डाॅक्टर उचित सावधानियों के साथ बाहर पैदल चलने को बेहतर बताते हैं।

दीप्ति अंगरीश

नई दिल्ली। पैदल चलना हमेशा से श्रेयस्कर रहा है। हाल ही में किए गए सर्वे में 83 प्रतिशत डाॅक्टर्स ने भी इस पर एक बार फिर मुहर लगाई है। उनका सीधे तौर पर मानना है कि यदि आपको स्वस्थ रहना है, दिल्ली के प्रदूषण से लडना है, तो आपको पैदल चलना ही होगा। स्वास्थ्य बीमा कम्पनियों में एक मैक्स बूपा ने फेफड़ा और ईएनटी विशेषज्ञों समेत लगभग 40 डाॅक्टरों का एक सर्वे किया जिसका उद्देश्य यह जानना था कि दिल्ली/एनसीआर में प्रदूषण के मौजूदा हालात को देखते हुए दिल्ली वासी स्वस्थ रहने के लिए क्या कदम उठाएं। सर्वे में दिल्ली वासियों के लिए पैदल चलने को सबसे सही व्यायाम माना गया। हवा की गुणवत्ता में लगातार गिरावट के मद्देनजर जाॅगिंग करने, दौड़ने और साइक्लिंग की तुलना में पैदल चलने को बेहतर व्यायाम बताया गया। सर्वे किए गए 83 प्रतिशत डाॅक्टरों ने बाहर हवा की गुणवत्ता में गिरावट के दुष्परिणामों से बचने के लिए हर दिन पैदल चलने की सलाह दी।

उल्लेखनीय है कि दिल्ली में 27 नवंबर की हवा को ‘स्वास्थ्य के लिए बहुत बुरा’ बताया गया। दिल्ली के कुछ हिस्सों में 203‘1 यूनिट में पीएम 2.5 का औसत स्तर पिछले कुछ सप्ताह से कम (450-499 निशान) जरूर दर्ज किया गया फिर भी यह सुरक्षा सीमा से 10 गुना अधिक था। स्वास्थ्य सेवा के जानकारों का कहना है कि ‘खतरा’ कम हुआ मान कर लोग बिना किसी सावधानी घर से बाहर पैदल चलने लगे हैं। हालांकि मैक्स बूपा के सर्वे में डाॅक्टरों ने मौजूदा हवा को स्वास्थ्य के लिए बहुत खतरनाक बताया और लोगों से घर के अंदर ही पैदल चलने की सलाह दी है। उनसे घर के बाहर जा कर अपना नुकसान करने के बदले अंदर ही पैदल चल कर एक्टिव लाइफस्टाइल बनाए रखने की अपील की है। घर से बाहर निकलने वालों से डाॅक्टर ब्रीदिंग मास्क लगाने के साथ-साथ बाहर निकलने का सही समय और यह भी बताते हैं कि कितना समय बाहर रहें। अगले कुछ दिनों में दिल्ली में वायु प्रदूषण में भयानक वृद्धि का खतरा देखते हुए डाॅक्टरों की सलाह का ध्यान रखना अधिक आवश्यक हो जाता है।

मैक्स बूपा के एमडी और सीईओ आशीष मेहरोत्रा कहते हैं कि हमारा मकसद ग्राहकों को बेहतर स्वास्थ्य और सुखी जीवन देने में सहायक होना है। लेकिन आज हर उम्र के लोगों के स्वास्थ्य पर भयानक प्रदूषण का खतरा है। हम अपने कर्मचारियों, ग्राहकों और सोशल मीडिया पर अपने फाॅलोअरों को प्रदूषण के दुष्परिणामों से बचाने के लिए ‘लेट्स ब्रीद बेटर टुगेदर’ कैम्पेन भी शुरू किया है। इसके माध्यम से हम लोगों को प्रदूषण के दुष्परिणामों से बचने और स्वस्थ रहने के बारे में सुझाव देते हैं। उन्होंने कहा कि हम ने पल्मोनोलाॅजिस्ट और ईएनटी एक्सपर्ट का एक सर्वे भी किया ताकि मौजूदा हालात में स्वस्थ रहने के लिए संपूर्ण चिकित्सा जगत का दृष्टिकोण सामने आए। लगभग 83 प्रतिशत डाॅक्टरों ने हर दिन लगभग 30 मिनट पैदल चलने की सलाह दी। सीमित और लंबी अवधि में नियमित पैदल चलने का सुझाव देते हुए स्वास्थ्य संबंधी इसके कई लाभ बताए।
आंकडे बताते हैं कि सर्वे में 87 प्रतिशत डाॅक्टरों ने प्रदूषण की वजह से शारीरिक व्यायाम जैसे कि पैदल चलने पर रोक को उचित नहीं माना। हालांकि उचित सावधानी जैसे मास्क लगाने को जरूरी बताया गया जैसा कि 93 प्रतिशत डाॅक्टरों का कहना है कि इससे प्रदूषण के दुष्परिणाम कम हो सकते हैं। करीब 70 प्रतिशत डाॅक्टरों ने वर्तमान परिस्थिति में प्रति दिन 30 मिनट पैदल चलना उचित बताया। किसी सामान्य दिन जब पीएम लेवेल मान्य स्तर पर हो 80 प्रतिशत डाॅक्टरों की राय में पैदल चलने का सबसे सही समय सुबह सवेरे अर्थात् 8 बजे से पहले होता है। दोपहर में चलने की सलाह 10 प्रतिशत से कम डाॅक्टरों ने दी। हालांकि वायु प्रदूषण की वर्तमान स्थिति में ्25 प्रतिशत डाॅक्टर हवा की गुणवत्ता में गिरावट के मद्देनजर दोपहर में पैदल चलने की राय देते हैं। डाॅक्टरों ने मौजूदा हालात में दौड़ने और अन्य कठिन व्यायाम करने से मना किया है क्योंकि इनमें आॅक्सीजन जल्द बर्न होता हैै।

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