पकौड़ा बेचना शर्म की बात नहीं : अमित शाह

नई दिल्‍ली: बीजेपी अध्‍यक्ष अमित शाह ने राज्‍यसभा में पहली बार बोलते हुए विपक्ष की ‘पकौड़ा’ पॉलिटिक्‍स पर जवाब देते हुए कहा है कि पकौड़ा बेचना कोई शर्म की बात नहीं है. यह कम से कम बेरोजगारी से तो अच्‍छा है. दरअसल कांग्रेस नेता पी चिदंबरम समेत कई विपक्षी नेताओं के पकौड़ा बेचने संबंधी पीएम के बयान पर निशाना साधा था. इसी कड़ी में अमित शाह ने कहा कि जिस तरह एक चायवाले का बेटा देश का प्रधानमंत्री बन सकता है, उसी तरह एक पकौड़े वाले की भी अगली पीढ़ी उद्योगपति बन सकती है. अमित शाह ने कहा, ”अभी मैं चिदंबरम साहब का ट्वीट पढ़ रहा था कि मुद्रा बैंक के साथ किसी ने पकौड़े का ठेला लगा दिया, इसको रोजगारी कहते हैं? हां मैं मांगता हूं कि भीख मांगने से तो अच्‍छा है कि मोई मजदूरी कर रहा है. उसकी दूसरी पीढ़ी आगे आएगी तो उद्योगपति बनेगी.”
राज्यसभा सांसद व भाजपा के अध्यक्ष अमित शाह ने आज संसद के ऊपरी सदन में राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के अभिभाषण पर चर्चा की शुरुआत की. राज्यसभा ने कहा कि पिछले तीस सालों में किसी पार्टी को स्पष्ट बहुमत नहीं मिला. 2014 में पहली बार भारतीय जनता पार्टी को जनता से स्पष्ट बहुमत दिया. हमने अपने दम पर बहुमत हासिल किया, लेकिन पूरे एनडीए को महत्व दिया और सरकार में शामिल किया. उन्होंने कहा कि यहीं सेंट्रल हॉल में एनडीए सांसदों की बैठक हुई थी और नेता चुने जाने की प्रक्रिया पूरी हुई थी. नरेंद्र मोदी एनडीए के नेता चुने गये थे.

उस समय उन्होंने कहा था कि जो सरकार बनने जा रही है वह गरीबों, महिलाओं व युवाओं व आदिवासियों की सरकार होगी. वह सरकार महात्मा गांधी और पंडित दीनदयाल के आदर्शों पर आगे बढ़ेगी. उन्होंने कहा कि 70 साल हो गये हमारे संसदीय इतिहास को. हमारी सरकार ने अंत्योदय के लक्ष्य को हासिल करने के लिए टुकड़ों-टुकड़ों में नहीं बल्कि एकीकृत ढंग से इसे लागू किया. इसमें पहला बड़ा कदम जनधन खाता था.
अमित शाह ने कहा कि आजादी के बाद 55 साल देश में एक ही पार्टी का और एक ही परिवार का शासन रहा. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ने जब जन-धन खाते हर घर तक पहुंचाने का एलान किया था तो मेरा मन भी आशंकित था कि जो काम 60 साल में नहीं हुआ वह इतने कम समय में कैसे होगा. अमित शाह ने कहा जनधन खातों में आज 73 हजार करोड रुपये जमा हैं. उन्होंने कहा कि हमने जब इसकी शुरुआत की तो 70 प्रतिशत शून्य बैलेंस वाले जनधन खाते थे आज यह घटकर 20 प्रतिशत तक हो गयी है.
अमित शाह ने लाल बहादुर शास्त्री के कार्यकाल का उल्लेख करते हुए कहा कि उन्होंने पाक के साथ युद्ध के समय कहा था कि अनाज नहीं है इसलिए देशवासी एक दिन खाना छोड़ दें. हमारे प्रधानमंत्री ने लोगों से एलपीजी छोड़ने का एलान किया. पीएम की अपील पर 1.30 करोड लोगों ने सब्सिडी छोड़ दिया. इस बचत को सरकार ने उज्ज्वला योजना के तहत गरीबों पर खर्च किया. हमारी सरकार ने पांच करोड़ लोगों को गैस कनेक्शन दिया है और इसी सरकार में यह सात करोड़ हो जायेगा. अमित शाह ने कहा कि मैं गरीब के घर में पैदा नहीं हुआ हूं, लेकिन गरीबी को नजदीक से देखा है. उन्होंने कहा कि लकड़ी चूल्हे से 400 सिगरेट के धुएं के बराबर गैस महिलाओं के शरीर में प्रवेश कर जाता है. 30 प्रतिशत गैस कनेक्शन अनुसूचित जाति व13 प्रतिशत अनुसूचित जनजाति की महिलाओं को दिया है.
अमित शाह ने कहा कि 16 साल की बच्ची जब प्राकृतिक क्रिया शौच के लिए जाती है गांव के लोगों की नजर उस पर पड़ती है तो उसकी नजर झुक जाती है और उसका आत्मविश्वास टूट जाता है. उसे पढ़कर अफसर बनना है लेकिन उसका आत्मविश्वास नीचे जा चुका है और इससे देश की विकास प्रक्रिया धीमे पड़ जाती है. उन्होंने कहा कि उत्तरप्रदेश सरकार ने शौचालय को एक नया नाम इज्जत घर दिया है. उन्होंने कहा कि गरीब के लिए घर बहुत महत्वपूर्ण है. उन्होंने कहा कि गरीबों के लिए 1.30 करोड़ आवास को स्वीकृत किया गया है.
अमित शाह ने कहा कि हमने आठ सालों तक शासन किया है, लेकिन 55 सालों तक शासन करने वालों ने बेरोजगारी की समस्या के लिए क्या किया. उन्होंने पकौड़ा बेचने वाले विपक्ष के हमले पर कहा कि पकौड़ा बेचना शर्म की बात नहीं है, बल्कि इसका मजाक उड़ाना शर्म की बात है. उन्होंने कहा कि वह बड़ा उद्योगपति बनेगा यह कौन जानता है, जब एक चाय बेचने वाला इस देश का प्रधानमंत्री बन गया.
अमित शाह ने कहा कि देश के 70 साल में 18 हजार गांव में बिजली का खंभा नहीं था, लेकिन हमारी सरकार ने 16 हजार गांव में बिजली पहुंचा दी है. अमित शाह ने कहा कि हमारी सरकार ने तनख्वाह में जितनी वृद्धि की उतनी कम्युनिस्टों ने भी नहीं की थी, इसे 40 प्रतिशत तक बढ़ाया. उन्होंने कहा कि हमने किसानों को लागत से डेढ़ गुणा समर्थन मूल्य देने का फैसला लिया जो आजादी के बाद अबतक नहीं हुआ है. उन्होंने कहा कि हम वैसे फैसले नहीं लेते हैं जो लोगों को अच्छे लगे, हम वैसे फैसले लेते हैं जो लोगों को अच्छा लगे.
अमित शाह ने कहा कि उन्होंने कहा चालू राजकोषीय घाटा अपने पारामीटर के अंदर है. विदेश निवेश का प्रवाह बढ़ा है. उन्होंने कहा कि बहुत सारे अंतरराष्ट्रीय मानदंडों में देश से उल्लेखनीय छलांग लगायी है. बहुत सारी चीजों में हमने रैंक ऊपर किया है. उन्होंने कहा कि हमने 400 इ किसान मंडी को कनेक्ट किया है.

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