राम भक्त जिंदा हैं, अयोध्या में मस्जिद नहीं बन सकती : राम विलास वेदांती

अयोध्या। अयोध्या विवाद को बातचीत से सुलझाने के लिए आगे आए श्री श्री रविशंकर पर भाजपा के पूर्व सांसद राम विलास वेदांती ने जमकर निशाना साधा है. समाचार एजेंसी एएनआई के अनुसार उन्होंने कहा, ‘उन्हें (श्री श्री रविशंकर) अपना एनजीओ चलाना चाहिए और विदेशों से पैसा जुटाना चाहिए. मेरा मानना है कि उन्होंने बहुत ज्यादा संपत्ति जुटा ली है और अब जांच से बचने के लिए इस मामले में कूद पड़े हैं.’ राम विलास वेदांती राम जन्मभूमि न्यास के सदस्य होने के अलावा राम जन्मभूमि-बाबरी मस्जिद विवाद के प्रमुख दावेदावों में शामिल हैं.
भाजपा के पूर्व सांसद राम विलास वेदांती ने अयोध्या विवाद में श्री श्री रविशंकर के मध्यस्थता करने के अधिकार पर भी सवाल उठाया है. उन्होंने कहा, ‘मैं 25-35 बार जेल गया. मुझे घर में नजरबंद रखा गया. मैंने प्रताड़ना और गोलियों का सामना किया. कई कार्यकर्ता घायल हुए. विश्व हिंदू परिषद के लाखों कार्यकर्ता जेल गए. इसके बावजूद श्री श्री रविशंकर किस आधार पर उनसे बात करने आए हैं?’ राम विलास वेदांती ने आगे कहा कि अयोध्या विवाद के बारे में राम जन्मभूमि न्यास को छोड़कर किसी दूसरे को बात करने का कोई हक नहीं है. उन्होंने अयोध्या में मंदिर और मस्जिद दोनों को बनाने की संभावना का भी विरोध किया. राम विलास वेदांती ने कहा, ‘मैंने सुना है कि वे (श्री श्री रविशंकर) वहां पर मंदिर और मस्जिद दोनों बनवाना चाहते हैं. जब तक मैं और राम भक्त जिंदा हैं, अयोध्या में एक भी मस्जिद नहीं बन सकती.’
इस बीच उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री आदित्यनाथ से मुलाकात करने के बाद श्री श्री रविशंकर गुरुवार को अयोध्या पहुंच गए. इससे पहले वे अयोध्या विवाद को अदालत के बाहर बातचीत से सुलझाने की कोशिश के तहत निर्मोही अखाड़ा के प्रतिनिधियों और अन्य पक्षों से बात कर चुके हैं. हालांकि, यह मामला सुप्रीम कोर्ट में भी लंबित है, जिस पर पांच दिसंबर से अंतिम सुनवाई शुरू होनी है.

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