सुचि बंसल
शायद ही कोई ऐसा होगा जो बूढ़ा होना या दिखना चाहता हो। हम सभी हमेशा जवान और सुंदर दिखना चाहते हैं और इस जवान दिखने की चाह में न जाने क्या क्या तरीके अपनाते रहते हैं। हम अपनी बढ़ती उम्र को बाहरी रूप से तो छुपा लेते हैं लेकिन तब क्या करेंगे जब हमारे शरीर के अंदर के ऑर्गन कमजोर होने लगें वे सही से काम करना बंद कर दें। हमारा सारा बाहरी दिखावा धरा का धरा रह जाएगा।
हमारी बिगड़ती जीवन शैली हमारी औसत उम्र को कम करती जा रही है हम समय से पहले बूढ़े होने लगे हैं। हम जीते तो हैं लेकिन कई बीमारियों के साथ जो हमारे शरीर को लगातार कमजोर बनाती जाती है। मोबाइल, कंप्यूटर, टीवी तथा अन्य तकनीकी सुविधाओं ने हमारा जीवन अस्त- व्यस्त कर दिया है। हमारा खानपान, रहन सहन का तरीका सभी कुछ बदल गया है। जो कि हमारी सेहत पर निगेटिव इफैक्ट डाल रहा है। खराब जीवन शैली मोटापा, डाइबिटीज, अस्थमा, अल्सर, आर्थेराइटिस तथा हार्ट डिसीज जैसी गंभीर बीमारियों का बहुत बड़ा कारण है।
कम उम्र के बच्चे हो रहे अवसाद और तनावग्रस्त
खराब जीवन शैली और असंतुलित खानपान का सबसे बुरा प्रभाव हमारे बच्चों पर पड़ रहा है। देर तक सोना, दिन भर मोबाइल और कंप्यूटर पर दिन बिताना, उल्टा सीधा अपौष्टिक भोजन खाना, शारीरिक श्रम में कमी आदि हमारे बच्चों के स्वास्थ्य को दिन पे दिन कमजोर करता जा रहा है। बच्चों की इम्यूनिटी इतनी कमजोर होती जा रही है कि वे संक्रमण से बहुत जल्द प्रभावित हो जाते हैं। साथ ही छोटे छोटे बच्चों में मोटापा, डाइबिटीज, बालों का सफ़ेद होना, आँखों की कमजोरी, आदि कई सारी बीमारियाँ देखने को मिल जाएंगी। बच्चों में मोबाइल और वीडियो गेम्स के लिए लोकप्रियता बहुत बढ़ती जा रही है जिसके कारण बच्चे बाहर खेलने कूदने के वजाय इन्हीं में लगे रहते हैं जो कि आगे चलकर होने वाले अवसाद और तनाव का बहुत बड़ा कारण माना जा रहा है।
लगातार बढ़ रही हैं हार्ट संबंधी समस्याएँ
वर्ल्ड हैल्थ ऑर्गनाइज़ेशन के अनुसार भारत में सबसे अधिक हार्ट समस्या वाले मरीज हैं। विशेषज्ञों के अनुसार हर 33 सेकंड में एक व्यक्ति हार्ट अटैक का शिकार होता है। लगभग 30 मिलिअन लोग हार्ट संबंधी समस्याओं से परेशान हैं। सर गंगाराम हॉस्पिटल के सीनियर कार्डिओलोजिस्ट डा॰ अश्विनी मेहता के अनुसार हर साल लगभग 2 मिलियन लोग हार्ट अटैक का सामना करते हैं जिनमें ज़्यादातर मरीज युवा वर्ग के हैं। इस समस्या का मुख्य कारण बढ़ता हुआ कोलेस्टेरोल है जिसकी मुख्य वजह है व्यायाम की कमी, अनहैल्दी भोजन, भोजन में फैट की अधिकता तथा पोषण की कमी। ‘हिंदुस्तान’, 5 सितम्बर 2017 में छपी एक रिपोर्ट के अनुसार अधेड़ उम्र के लोगों का दिल उनकी उम्र की तुलना में ज्यादा कमजोर होता जा रहा है। जैसे अगर उम्र 50 की है तो दिल 60 के व्यक्ति के दिल जितना उम्रदराज होता जाता है। यानि खराब जीवनशैली हमें हमारी उम्र से पहले ही बूढ़ा करने के लिए जिम्मेदार है।
मोटापा नहीं है कम खतरनाक
बिगड़ती जीवन शैली का असर मोटापे के रूप में भी सामने आ रहा है। जंक फूड, फास्ट फूड, तला-भुना खाना, कोल्ड ड्रिंक्स का अधिक मात्रा में सेवन, शारीरिक परिश्रम में कमी ये सभी बढ़ते मोटापे के लिए जिम्मेदार हैं। समान्यतः लोग इस समस्या को इग्नोर करते रहते हैं लेकिन अगर वक्त रहते इस समस्या का उपाय नहीं निकाला जाए तो साधारण सी दिखने वाली मोटापे की समस्या एक गंभीर रूप ले लेती है। जैसे जैसे शरीर में मोटापा बढ़ता जाता है वैसे वैसे शरीर में और बीमारियां भी पनपती जाती हैं। कभी कभी तो यह समस्या इतनी बढ़ जाती है कि दिन भर के काम करने में भी समस्या आने लगती है।
अगर आपकी भी हमेशा जवान बने रहने की तमन्ना है तो अपनी दिनचर्या का ध्यान रखने की बेहद आवश्यकता है।
(लेखिका सुचि बंसल प्रसिद्ध योगा थेरेपिस्ट हैं।)