नई दिल्ली। बीबीसी वर्ल्ड सर्विस ने इस वीकेंड मुंबई में अपनी अपनी दुनिया से और अधिक पाएँ मुहिम के लिए एक कार्यक्रम जरिए लोगों तक पहुंचने और उनसे जुड़ने की कोशिश की। ये कामयाब जमीनी कार्यक्रम था, जिसमें अभिनेत्री दिव्या दत्ता समेत बॉलीवुड की कई हस्तियों ने शिरकत की। इस अभियान को बीबीसी क्रिएटिव की टीम ने खुद तैयार किया है. इस अभियान से मशहूर ग्रैफिटी लेखक-कलाकार कठरअ भी जुड़े थे. उन्होंने कार्यक्रम के दौरान मौके पर ही पर्यावरण पर चटख और खूबसूरत कलाचित्र बनाए. अभियान के तहत बीबीसी की मार्केटिंग टीम ने जुहू बीच पर 100 फुट ऊंची दीवार भी बनवाई थी. इसी दीवार पर कठरअ ने अपनी कला का प्रदर्शन किया. इस पर आस-पास के माहौल से जुड़े चित्र ही बनाए गए थे, जो लोगों को ये संदेश दे रहे थे कि आप अपने दुनिया को कैसे बेहतरीन बना सकते हैं. ये हमारे कार्यक्रम ‘अपनी दुनिया से और अधिक पाएँ’ की थीम से मेल खाता था.
इस 100 फुट ऊंची दीवार को 12 फ्रेमों में बांटा था. इसके बाद उन्होंने खूबसूरत हरे दरख़्तों के बीच से ऊंची-ऊंची भूरी धुआं उगलती चिमनियों को दिखाने वाली तस्वीरें उकेरीं. इन बारह फ्रेमों में दर्ज की गई कहानियों में थोड़ी-थोड़ी देरी में नए-नए रंग-रूप उभरते थे, जिससे ये फ्रेम जिÞंदगी से लबरेज हो जाते थे. ये काम बड़ी मेहनत और बारीकी वाला था. मगर इस मेहनत का नतीजा मंत्रमुग्ध कर देने वाला था. इस कलाकारी से 12 फ्रेमों में कुछ ऐसे ॠकऋ उकेरे गए थे, जो आॅनलाइन और आॅफलाइन दुनिया का बेहतरीन संगम थे. दीवार के दोनों तरफ दफ कोड थे. इन्हें लोग अपने मोबाइल से स्कैन करते तो वो यू-ट्यूब के पेज पर जाकर इस मुहिम का 30 सेकेंड का वीडियो भी देख सकते थे.इस ब्रैंड कैम्पेन का मकसद लोगों को ये बताना था की बीबीसी वर्ल्ड सर्विस की सेवाएं अब भारत में कई क्षेत्रीय भाषाओं में जनता के लिए उपलब्ध हैं. इस प्रचार अभियान का मकसद बीबीसी की सेवाओं के बारे में जनता को बताना और ये समझाना था कि बीबीसी की सेवाएं खबरों की दुनिया में लोगों को एक-नए तजुर्बे का एहसास कराने वाली है.
बीबीसी वर्ल्ड सर्विस की मार्केटिंग हेड लिसा सैंटोरो ने कहा कि ये शुरूआत से ही बेहद महत्वाकांक्षी अभियान था. व्यापक रिसर्च के जरिए एक ऐसा क्रिएटिव उत्पाद तैयार किया गया है, जो पूरे देश में कारगर रहने वाला था. हम ने एक साथ 6 स्थानीय भाषाओं में सेवाएं शुरू करने का संदेश देने का काम किया जो बहुत शानदार उपलब्धि है. हम ने एक ऐसा मार्केटिंग प्रोडक्ट दिया, जो तेजी से विकसित हो रहे मगर बेहद कड़े मुकाबले वाले बाजार के लिए एकदम नया, बेहद क्रिएटिव और बहुआयामी है। बता दें कि बीबीसी वर्ल्ड सर्विस ने क्षेत्रीय भाषाओं में अपनी सेवाओं का विस्तार किया है. बीबीसी ने 12 स्थानीय भाषाओं में नई सेवाएं शुरू की हैं. इनमें से 4 भारतीय भाषाएँ, गुजराती, मराठी, पंजाबी और तेलुगू हैं. इसका मतलब ये है कि अब बीबीसी वर्ल्ड सर्विस की सेवाएं अंग्रेजी समेत कुल 42 भाषाओं में उपलब्ध हैं.