धागे से बनी ज्वेलरी लोगों को कर रहा है आकर्षित, महिलाएं कर रही हैं जमकर खरीदारी

नई दिल्ली। 39वें अंतर्राष्ट्रीय व्यापार मेला में हॉल नम्बर 12 में सजे बिहार पवेलियन मे षिल्पकृति महिला स्वावलम्बन केन्द्र के स्टाल पर धागे से बनी रंगबिरंगी नायाब ज्वेलरी लोगों को खूब आकर्शित कर रहा है एवं महिलाएं व लड़कियाॅं जमकर खरीदारी कर रही हैं । जर्मन सिल्वर के छल्ले एवं मीरर स्टोन के साथ धागे की ज्वेलरी को कई रंगों के धागों से आकर्शक डिजाइन मे बने झुमका, हार, चंद्रहार सहित कई प्रकार के धागे की ज्वेलरी लोगों को लुभा रहा है। धागे की ज्वेलरी की कीमत 40 रूपये से लेकर 1500 रूपये तक है।

धागे की ज्वेलरी षिल्प कला आरा के षिल्पकृति महिला स्वावलम्बन केन्द्र की स्टेट अवार्डी अनिता गुप्ता बिलुप्त हो रहे धागे की ज्वेलरी षिल्प कला को विष्व मे नई पहचान दने में लगी हुई हैं। बिहार पवेलियन के षिल्पकृति महिला स्वावलम्बन केन्द्र,आरा स्टाल की संचालिका व भोजपुर महिला कला केन्द्र की अनिता गुप्ता ने बताया कि हम धागे की ज्वेलरी षिल्प कला को अपने क्ल्स्टर के माध्यम से देष विदेष में ले जा रहे हैं तथा इस कला को बढ़ावा देने में बिहार सरकार, भारत सरकार, वस्त्र मंत्रालय भरपुर सहयोग दे रहे हैं। यही कारण है कि कभी क्रुष एवं धागे से बिहार के घर घर में प्रचलित यह कला मार्केट के अभाव मे जीवोकोपार्जन के साधन नहीं होने के कारन बिलुप्त होते जा रही थी लेकिन अब क्ल्स्टर एवं सरकार के सहयोग से व बायर के माध्यम से इस कला को वैष्विक बाजार उपलब्ध है एवं देष विदेष में लोकप्रिय है। धागे की ज्वेलरी षिल्प कला की स्टेट अवार्ड सहित दर्जनों अवार्ड जीत चुकी अनिता गुप्ता देष में विभिन्न राज्यो में प्रदर्षनी के अलावा रूस, केलिफोर्निया के अलावा कई विदेषों की कई षहरों में प्रदर्षनी लगा चुकी है।

बिहार पवेलियन मे सिक्की क्राप्ट, टिकुली कला, स्टोन क्राफ्ट एवं टेराकोटा कला की लाइव डेमो ने भी लोगो को आकर्षित किया।

 

दिल्ली के प्रगति मैदान में 14 से 27 नवम्बर तक चलने वाले अंतर्राष्ट्रीय व्यापार मेले में बिहार मंडप इस बार फोकस राज्य है एवं बिहार मंडप को इस बार आई.टी.पी.ओ. द्वारा इस वर्ष मेले की थीम “इज ऑफ डुइंग बिजनेश” के अनुरुप नायाब रूप दिया गया है। इस वर्ष प्रगति मैदान के हाल नं 12 में बिहार मंडप लगाया गया है। बिहार मंडप के निदेषक उमेष कुमार ने कहा कि बिहार मंडप का मुख्य आकर्षण इस बार बिहार मंडप के मध्य भाग में बिहार के सात निश्चय के वृक्ष रूपी मॉडल बनाया गया है जिसके नीचे बीहार के चार प्रमुख शिल्प कला का जीवंत प्रदर्शन (लाइव डेमो) किया गया है। टेराकोटा शिल्क का लाइव डेमो स्टेट अवार्ड विजेता पटना की नीतु सिन्हा ,टिकुली कला की लाइव डेमो स्टेट अवार्ड विजेता सबीना इमाम वहीं सिक्की कला की जीवंत प्रदर्शन रैयाम मधुबनी की राज पुरस्कार विजेता मुन्नी देवी तथा कैमूर से राज पुरस्कार विजेता संतोष कुमार गुप्ता स्टोन क्राफ्ट का प्रदर्शन कर रहे हैं। श्री उमेष कुमार ने ने बताया कि इस बार बिहार पवेलियन में हेंडलुम एवं हेंडीक्राफ्ट के 16 स्टाल है जिनमें 8 हेंडलुम और 8 हेंडीक्राफ्ट के है। इन स्टॉलों पर बिहार के पारंपरिक हस्तकलाओं एवं हस्तकरघा उत्पाद जिनमें नालंदा का बाबन बूटी, भागलपुर का सिल्क, मिथिलांचल का मधुबनी पेंटिंग, पटना की टीकुली कला इत्यादि को स्थान दिया गया है।

 

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