पटना। पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने सोशल मीडिया पोस्ट के जरिए लिखा है कि दिल्ली में रहने के बावजूद बिहार के वर्तमान राजनैतिक हालात पर मेरी नजर है। राज्य के राजनैतिक हालात को ध्यान में रखते हुए मैंने अपने सभी माननीय विधायकों को आगामी 25 जनवरी तक पटना में ही रहने का निर्देश दिया है। जो भी हो राज्यहित में होगा। इधर, दिल्ली में मीडिया से बातचीत के दौरान जीतन राम मांझी ने लालू और नीतीश की मुलाकात के बाद कहा था कि यह सामान्य मुलाकात नहीं है। सीएम नीतीश कुमार कुछ बड़ा करने जा रहे हैं।
सियासी गलियारों से छनकर सामने आ रही जानकारी के मुताबिक, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार इन दिनों अपने विधायकों से अलग-अलग नियमित रूप से मिल रहे हैं। मुख्यमंत्री से मुलाकात कर लौटने वाले विधायकों ने कहा कि उन्होंने मुख्यमंत्री से मिलने का समय मांगा था। सियासी गलियारे में यह चर्चा भी तेजी से फैली कि जदयू ने अपने विधायकों को पटना में रहने का निर्देश दिया है पर जदयू के वरिष्ठ नेताओं ने कहा कि इस तरह का कोई निर्देश नहीं मिला है।
एक अखबार को दिए इंटरव्यू में जब अमित शाह से पूछा गया कि पुराने साथी जो छोड़कर गए हैं नीतीश कुमार आदि अगर वापस आना चाहेंगे तो क्या उनके लिए रास्ते खुले हैं? इसके जवाब में अमित शाह ने कहा कि जो और तो से राजनीति में बात नहीं होती है। किसी का प्रस्ताव होगा तो विचार किया जाएगा। शाह के इस बयान के बाद प्रदेश में सियासी हलचल बढ़ गई है।
इंडिया गठबंधन में सीट बंटवारे को लेकर राष्ट्रीय जनता दल और जनता दल-यूनाइटेड के बीच बढ़ते तनाव की खबरों के बीच, राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव ने डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव के साथ शुक्रवार को बिहार के सीएम नीतीश कुमार के साथ उनके आवास पर बैठक की। लालू प्रसाद यादव अचानक ही नीतीश कुमार से मिलने के लिए उनकी एक अणे आवास पर पहुंचे थे। दोनों नेताओं के बीच बैठक लगभग एक घंटे तक चली है। यह बैठक ऐसे समय में हो रही है थी जब दोनों ही दलों के बीच सीट बंटवारे को लेकर विवाद चल रहा है।
इसके अलावा नीतीश कुमार को लेकर भी लगातार कई तरह की बातें मीडिया में चल रही है। दावा किया जा रहा था कि नीतीश कुमार एक बार फिर से एनडीए में वापसी कर सकते हैं। केंद्रीय गृह मंत्री और वरिष्ठ भाजपा नेता अमित शाह ने भी इसको लेकर एक संकेत दिया था। इस बैठक के बाद लालू यादव ने मीडिया कर्मियों से बातचीत नहीं की। हालांकि तेजस्वी यादव ने मीडिया से बातचीत करते हुए साफ तौर पर दोहराया कि महागठबंधन में सब कुछ ठीक-ठाक है। बीजेपी ही तरह-तरह की भ्रम फैला रही है। लेकिन राजद और जदयू के बीच रिश्ते पूरी तरीके से ठीक है।
तेजस्वी ने दावा किया कि बीजेपी का इस चुनाव में हारना बिल्कुल तय है। उन्होंने कहा कि हम जदयू के साथ हैं, जदयू हमारे साथ है। महागठबंधन पूरी ताकत से चुनाव लड़ेगा। हम सीएम नीतीश कुमार के नेतृत्व में काम कर रहे हैं। इससे पहले विपक्षी गठबंधन ‘इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इन्क्लूसिव अलायंस’ (इंडिया) के घटक दलों के बीच सीट बंटवारा जल्द करने के जनत दल-यूनाइटेड (जदयू) के आग्रह के प्रति बुधवार को राष्ट्रीय जनता दल के अध्यक्ष लालू प्रसाद ने असहमति जताई थी। सीट बंटवारे में देरी के सवाल पर उन्होंने कहा कि चीजें इतनी जल्दी नहीं होतीं। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जदयू के अध्यक्ष हैं।